नई दिल्ली एजेंसी।अंबाह में सोमवार को सिपाही को गोली मारने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने राजस्थान के सैंपऊ गांव के पास रायतखेड़ा से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि आरोपी से वह पिस्टल अभी बरामद नहीं हुई है, जिससे उसने सिपाही को गोली मारी थी। पुलिस ने अब पिस्टल को बरामद करने व उसके अन्य तीन साथियों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
एसपी विनीत खन्ना ने बताया कि अंबाह थाना पुलिस को सोमवार को सूचना मिली कि कचनौधा निवासी श्यामू तोमर, विजय शर्मा व दो अन्य बदमाश अवैध हथियार लेकर वारदात करने की नीयत से अंबाह आए हैं। सूचना पर आरक्षक ब्रजेश राजौरिया व हरेन्द्र तोमर आरोपियों को पकड़ने के लिए जग्गा चौराहे पहुंचे। दोनों आरक्षक कार्रवाई के लिए इसलिए गए, क्योंकि दोनों आरोपियों को ये पहचानते थे। जग्गा चौराहे पर श्यामू तोमर बैटरी की दुकान पर दिखा। जब दोनों आरक्षक उसे पकड़ने गए तो वह भागा। उसे बचाने के लिए विजय शर्मा सहित दो अन्य बदमाश भी आ गए। दोनों आरक्षकों की झूमाझटकी भी बदमाशों से हुई। इसी दौरान श्यामू तोमर ने ब्रजेश राजौरिया को पिस्टल से गोली मार दी और भाग गए।
इस तरह पकड़े गए बदमाश
एसडीओपी केएस भदौरिया व अंबाह टीआई केके खनेजा ने बताया कि गोली मारने के बाद आरोपियों की पहचान होते ही आरोपियों के घर पर दबिश दी गई, लेकिन आरोपी श्यामू तोमर मय परिवार के मौके से फरार हो चुका था। किसी तरह जिस वाहन से वह गया था, उसके ड्राइवर का फोन नंबर मिल गया। उससे बात करने पर ड्राइवर ने तो लोकेशन नहीं बताई, लेकिन उसने राजस्थान के सैंपऊ के रायतखेड़ा गांव में होने की बात बताई। इसके बाद मंगलवार सुबह सरायछौला थाना टीआई प्रवीण त्रिपाठी के साथ मिलकर रायतखेड़ा गांव में पहुंचे। इस दौरान राजस्थान पुलिस का भी सहयोग लिया। आरोपी श्यामू को उसके मामा के घर से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी ने पूछताछ में ब्रजेश राजौरिया को गोली मारना स्वीकार भी कर लिया।
हत्या के प्रयास सहित कई मामले हैं दर्ज, बताए साथियों के नाम
एसडीओपी केएस भदौरिया ने बताया कि आरोपी श्यामू पर हत्या के प्रयास सहित करीब आधा दर्जन मामले अंबाह व दिमनी थाने में दर्ज हैं। आरोपी का बड़ा भाई राजू तोमर अंबाह के एक डॉक्टर के अपहरण के मामले में भी शामिल था। आरोपी श्यामू ने पूछताछ में वारदात के समय उसके साथ रहने वाले आरोपियों के नाम भी बताए हैं। इनमें विजय शर्मा निवासी भखरोली, दीपू तोमर कचनौधा व राहुल तोमर निवासी शिकारपुरा के शामिल थे।
इस तरह घटना बताई आरोपी ने
पत्रकारवार्ता में आरोपी श्यामू तोमर ने बताया कि वह अपनी कार का डेक ठीक कराने आया था। तभी दोनों सिपाही उसे पकड़ने के लिए आ गए। जब वह भाग रहा था तो सिपाहियों ने भी उसका पीछा किया। इसी दौरान उसने पिस्टल निकाल ली। जब सिपाहियों ने पीछा करना नहीं छोड़ा तो फायर कर दिया। इसके बाद गांव भाग गए और गाड़ी बुलाकर राजस्थान चले गए।