लखनऊ- भारत दुनिया में रेशम का नंबर एक निर्माता है जिसकी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बड़ी मांग है। रेशम की विभिन्न किस्मों को जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों के आधार पर बनाया जाता है, जिनमें से केवल चार तस्सार, एरी, मुलबेरी और मुगा प्रमुख हैं। तस्सार और मुगा प्रकृतिकृत सिल्क है जो बिहार, असम और छत्तीसगढ़ तीन राज्यों में इसका उत्पादन होता है इन्ही सब उम्दा किस्म की सिल्क कपड़ों की रेंज लेकर आया है ‘सिल्क रूट‘ प्रदर्शनी 2018। दीवाली के अवसर पर, ‘सिल्क रूट‘ प्रदर्शनी 2018 का आयोजन लखनऊ के कैसरबाग बारादारी में किया गया है। यह प्रदर्शनी 26.10.2018 से 30.10.2018 तक 5 दिनों तक चलेगी। प्रदर्शनी का उद्घाटन अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य रूमाना सिद्दीकी एवं हैदरगढ़ से माननीय विधायक बैजनाथ रावत जी ने किया।
देशभर से आये विभिन्न रेशम साड़ी बुनकर, हैंडलूम क्लस्टर और रेशम सहकारी समितियां अपने उत्पादों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित करेंगी। ‘सिल्क रूट‘ प्रदर्शनी 2018 के आयोजक श्री साजिद अली ने कहा, कि हमारे संगठन का उद्देश्य सिल्क से बने उत्पादों को अपने ग्राहकों को बिना किसी कठिनाई के सुलभ तरीके से सीधे ग्राहकों को उपलब्ध कराना है।
‘सिल्क रूट‘ प्रदर्शनी 2018 के आयोजक श्री साजिद अली ने यह भी बताया कि “अरिनी सिल्क साड़ीज, क्रेप और जॉर्जेट सिल्क साड़ीज, शिफॉन रेशम साड़ीज, तस्सार रेशम साड़ीज और सूट, कांजीवारम सिल्क साड़ी और वेडिंग साड़ीज, डिजाइनर फैंसी साड़ीज, दर्मावरम सिल्क साड़ीज, कच्चे रेशम और तस्सार, जूट सिल्क साड़ीज, ढाका सिल्क साड़ीज, हैंडलूम रेशम कॉटन साड़ीज, सिल्क ब्लेंड्स साड़ीज एंड स्टोल, सिल्क शॉल, उपपाडा, गडवाल, पैठानी साड़ी, मंगलागिरि और पोचंपल्ली सिल्क साड़ीज जैसे देशभर के विभिन्न उत्पाद इस एक्सपो में उपलब्ध हैं। प्रदर्शनी के सभी प्रबंधन श्री जावेद मकसूद, शहजाद नकवी की देख-रेख में किया जा रहा है।
अन्य रेशम उत्पादः-
हैंड ब्लॉक प्रिंट साड़ीज, सूट एवं रेशम बिस्तर कवर, डिजाइनर ड्रेस सामग्री एवं बॉर्डर, लेजेस, कुर्तियां, हाथ बुना मटका एवं असम मुगा कपड़े, अपूर्व सिल्क साड़ीज, बलुचरी, ढाका मसली, गिचा साड़ीज, बुटीक साड़ीज, कंठा साड़ीज, जरदोजी, लखनऊ चिकन वर्क साड़ी, भागलपुर सूट, प्रिंटेड सिल्क साड़ीज, बनारसी साड़ी, रेशमी प्लेन और बुट्टी बॉर्डर साड़ी, महेश्वरी, चंदेरी रेशम साड़ीज और सूट और कोटा रेशम, मुलबेरी रेशम के साथ शहतूत रेशम, बनारस जमदानी, हाथ से बुने हुए साड़ियों का प्रदर्शन इस प्रदर्शनी में हो रहा है।