बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने बीटीसी अभ्यर्थियों की सीएम से करवाई मुलाकात, मिला आश्वासन
लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के बाद शुक्रवार को बीटीसी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन खत्म कर दिया। मुख्यमंत्री ने शिक्षक भर्ती के लिए चयनित 12,460 अभ्यर्थियों से कहा कि नियुक्ति पत्र जारी करने पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को फटकार भी लगाई और कहा कि इस मामले को लटकाएं नहीं।
अखिलेश सरकार में 2016 में बीटीसी शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी हुआ था। चयनित अभ्यर्थियों को 31 मार्च तक नियुक्ति पत्र दिए जाने थे। इसी बीच सरकार बदल गई और मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में 31 मार्च तक प्रक्रिया रोकने के आदेश दिए गए। कहा गया कि भर्तियों की जांच की जाएगी। तब से अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र के इंतजार में हैं। इस मामले में अभ्यर्थियों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और हाई कोर्ट की भी सिंगल और डबल बेंच ने अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला सुनाया। अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा निदेशालय और धरना स्थल पर कई बार प्रदर्शन किया। पिछले कुछ दिनों से अभ्यर्थी फिर इकट्ठा होकर लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे थे। गुरुवार को बीजेपी कार्यालय घेरने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था, जिसमें कई अभ्यर्थी घायल हो गए थे। शुक्रवार को फिर अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल के घर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे।
अनुपमा जायसवाल उन्हें समझाकर पांच प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाने ले गईं। मुख्यमंत्री से मुलाकत के दौरान अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा आरपी सिंह भी मौजूद थे। अभ्यर्थियों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने उनकी बात ध्यान से सुनी और एक हफ्ते में निर्णय लेने के निर्देश अपर मुख्य सचिव को दिए। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अफसरों से काफी खफा दिखे और अपर मुख्य सचिव से कहा कि शिक्षक स्कूलों में पढ़ाने के लिए हैं। सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए नहीं, हालांकि बेसिक शिक्षा मंत्री का कहना है कि मुख्यमंत्री ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इससे अभ्यर्थी संतुष्ट हैं।