उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में हैं। यहां शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने इंसेफेलाइटिस से हुई बच्चों की मौत पर जवाब दिए। साथ ही सपा, बसपा और कांग्रेस की राजनीतिक पर सवाल उठाए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसा और रोहिंग्या मुसलमानों पर केन्द्र सरकार की नीति का समर्थन भी किया।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस से मौतें बीते 40 साल से हो रही है। फिर आज ही क्यों सवाल खड़े किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जांच से साफ हो गया है कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि साल 2015 में गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस से 668 जानें गईं। यह आकड़ा साल 2016 में 585 और साल 2017 में घटकर 325 तक पहुंच गया। उन्होंने कहा कि मौत के आकड़े कम हैं, लेकिन ये भी नहीं होना चाहिए। योगी ने कहा कि इंसेफेलाइटिस सिर्फ गोरखपुर में नहीं, फिर भी यहां के मामले ही उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी के 38 जिलों में और देश के 17 राज्यों में इस बीमारी का प्रकोप है। लेकिन जिस तेजी से हमारी सरकार इसके रोकथाम पर काम कर रही है, वैसा कहीं और नहीं हो रहा है।
उन्होंने बताया कि 92 लाख बच्चों को मई में वैक्सिनेशन कराया गया। 20 जिलों में डॉक्टरों की अलग-अलग टीम भेजी गई। सभी जरूरी कोशिशें की जा रही हैं। विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि इंसेफेलाइटिस के बारे में सपा-बसपा हमें बताए, ये हास्यास्पद हैं।
योगी ने कहा, ‘कांग्रेस से मेरा सवाल है कि जब 1977 में ये बीमारी यहां आई तो सरकार उनकी थी। साल 2014 तक कांग्रेस ने यहां राज किया है। कभी केन्द्र में, तो कभी प्रदेश में राज किया है। लेकिन क्या कांग्रेस बताएगी कि उसने अपने कार्यकाल में क्या किया।’
मेट्रो शुरू करने का श्रेय लेने पर योगी ने कहा, ‘सपा ने जब मेट्रो की घोषणा की, तो इसे चलाने में आठ-नौ महीने क्यों लगे। उनकी अधूरी तैयारी को हमने पूरा किया। नोएडा, आगरा, कानपुर इलाहाबाद में मेट्रो की तैयारी हम कर रहे हैं। काम जो पूरा करेगा, श्रेय भी उसी को मिलना चाहिए।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाते हुए योगी ने कहा, ‘अब तो कांग्रेस के लोग ही राहुल के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं। कई कांग्रेसी कह रहे हैं कि जहां भी राहुल जाते हैं, वहां कांग्रेस की दुर्दशा ही होती है।’
शिक्षामित्रों के भविष्य पर योगी ने कहा, ‘शिक्षामित्रों के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया है। उसकी फैसले के क्रम में हमने शिक्षामित्रों का मानदेय साढ़े हजार से बढ़ाकर 10 रुपए किया है। शिक्षामित्रों को टीईटी पास करनी होगी। इसके बाद लिखित परीक्षा देने के दौरान उन्हें वेटेज दिया जाएगा। सभी को कानून के दायरे में रहकर ही काम करना होगा।’
रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति मोदी सरकार की नीति का भी सीएम योगी ने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थी नहीं, घुसपैठिए हैं। जो रोहिंग्या को भारत में शरणार्थी के तौर पर रहने की मांग रहे हैं, उन्हें पहले म्यांमार में हुए खून-खराबे के बारे में जानना चाहिए।