सीतापुर-अनूप पाण्डेय.अभिषेक शुक्ला-Noi
उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के अटरिया बाजार वआसपास के क्षेत्रों में नियमों की अनदेखी कर खुलेआम सड़कों व बाजारों मे खुले आम मांस बेचा जा रहा है। इन दुकानों पर मांस को बिना ढके टांग जाता है, जिन पर मक्खियां भिनभिनाती हैं। जिससे संक्रमण का खतरा बना रहता है। साथ ही मांस के अवशेष को आसपास ही फेंक दुकानदार गंदगी फैलाते हैं। आपको बता दें कि अटरिया बाजार के पास कई घर भी बने है जिनको काफी दिक्कतें होती है कभी कभी तो कुत्ते बचे हुए अवशेष को लोगो के घर के सामने ड़ाल देते है. लेकिन सूबे की सरकार के प्रयासों के बावजूद भी कस्बे के इस मार्ग में अवैध रूप से संचालित मीट व्यापारियों की भरमार है।कस्बे की अटरिया बाजार में खुलेआम बकरे व मुर्गे काटे जा रहे है। मीट की दुकानो के सामने से गुजरने वाले बच्चे भी सहम जाते है।साफ सफाई की कमी से तेज दुर्गन्ध निकलती है।जिसके चलते आम लोगो को परेशानी हो रही है
एक दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से भी ज्यादा स्थानों पर मांस मछली, व बकरे की मांस की ऐसी दुकानें प्रशासन को मुंह चिढ़ाती सड़कों व बाजारों पर धड़ल्ले से चल रही है जबकि प्रदेश सरकार ने पंचायती राज अधिनियम की धारा 197 के प्रावधान को समाप्त कर दिया है जिसमे ग्रामीण क्षेत्रों में बिना जिलाधिकारी के अनुमति के बाद ही आप सलाटर हाउस से मांस लाकर ही बेच सकेंगे. लेकिन इस पर शासन के आदेश को प्रशासन ध्यान ही नहीं दे रहा है. जबकि शासन ने मांस की दुकान नहीं खोलने और मांस खुले में नहीं बेचने के निर्देश दिए हैं। पर धड़ल्ले से चल रही ऐसी दुकान के संचालकों पर कोई असर नहीं दिखता। बिना खौफ नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मांस खुले में बेचते हैं। वही इन रास्तों से रोजाना गुजरने वाले तमाम वरीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी मानो इस से मुहं फेर लेते हैं। लेकिन प्रशासन खुले में चल रही मांस दुकानों पर अंकुश लगाने की आदेश के बाद भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।