28 C
Lucknow
Monday, January 13, 2025

सीतापुर”सपा बसपा उम्मीदवार नकुल दुबे की सभा में चले लात जूते, कुर्सी को भी बनाया हथियार ।

सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के सपा बसपा उम्मीदवार नकुल दुबे की सभा में चले लात जूते, कुर्सी को भी बनाया हथियार, पुलिस ने भगाया, रामपाल समर्थकों पर लगा हंगामा बरपाने का आरोप
सीतापुर संसदीय सीट से सपा बसपा गठबंधन से बसपा उम्मीदवार नकुल दुबे की पहली सभा ही विवादों में फंस गई। शहर के मुस्कान गेस्ट हाउस में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। दोपहर करीब दो बजे जिस वक्त सम्मेलन का दौर चल रहा था तभी लगभग 200 कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। सम्मेलन कक्ष में ही लोगों ने नकुल दुबे वापस जाओ, बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा, जैसे आरोप लिखे हुए पोस्टर लेकर विरोध किया। जिन्हें खदेडने के लिए नकुल दुबे समर्थकों ने खडे हो गए। हाथापाई होने लगी। कुछ लोगों के बीच मारपीट भी हो गई। कुर्सी से एक दूसरे पर हमला होने लगा। कई लोगों के हल्की फुल्की चोट भी लगी। करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा। इस बीच पुलिस पहुंच गई। पुलिस से भी प्रदर्शनकारी भिड गए लेकिन जब पुलिस अधिकारियों ने डंडा थाम लिया तो वे गेस्ट हाउस के बाहर आ गए। पुलिस ने मौके से खदेड दिया। उधर अंदर सम्मेलन का दौर फिर से शुरू हो गया।

मंच पर बसपा जिलाध्यक्ष राममूर्ति मधुकर, सपा जिलाध्यक्ष छत्रपालयादव, सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के साथ बसपा उम्मीदवार नकुल दुबे मौजूद थे, जो बार बार खडे होकर कार्यकर्ताओं का स्वागत कर रहे थे। खास बात यह थी कि मंच पर पहली पंक्ति में सपा के ही ज्यादातर लोग मौजूद थे ताकि यह दिखाया जा सके कि गठबंधन का प्रत्याशी मजबूत है। लेकिन सीतापुर संसदीय क्षेत्र में आने वाली विधानसभा क्षेत्रों के सपाई प्रतिनिधि नदारद थे, इससे जाहिर हो रहा था कि नकुल दुबे को लेकर सपा में भी एकजुटकता नहीं है।
रामपाल यादव लगा हंगामा कराने का आरोप
नकुल दुबे की सभा में हंगामा कराने का आरोप पूर्व विधायक एवं बसपा उम्मीदवार रामपाल यादव पर लगाया गया है। मंच से एलान किया गया कि जिसे बसपा ने टिकट नहीं दिया वही लोग हंगामा करवा रहे हैं। गौरतलब है कि रामपाल यादव को पहले बसपा से निकाला गया था फिर वापस लिया गया और कहा गया कि रामपाल को ही टिकट दिया जाएगा। इसी आश्वासन पर रामपाल यादव ने संपर्क अभियान शुरू कर दिया था। अब बसपा ने नकुल दुबे को उम्मीदवार घोषित कर दिया है तो रामपाल यादव ने वास्तव में बगावत की राह अपना ली है। बुधवार को भी कुछ लोगों ने बसपा जिलाध्यक्ष राममूर्ति के घर पर हंगामा किया था, आज फिर हुआ। जिलाध्यक्ष ने कई पदाधिकारियों को पार्टी से बाहर भी कर दिया है। उधर रामपाल यादव का कहना है कि जिन लोेगों ने हंगामा किया है वे बसपा मूल कैडर के लोग हैं जो नकुल दुबे का विरोध कर रहे हैं, मैं बसपा के मूल कैडर का नहीं हूं। कहा, मैं तो बसपा के हाथी की सेवा करने के लिए आया था, सेवा कर रहा था पर मेरी सेवा रास नहीं आई तो मैं क्या कर सकता। फिर भी सेवा करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में इसलिए नहीं जा सके क्योंकि आज तंबौर के पठानपुरवा में एक वैवाहिक समारोह में शामिल होना था।

Latest news
- Advertisement -spot_img
Related news
- Advertisement -spot_img

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें