सीतापुर-अनूप पाण्डेय,राकेश मिश्रा/NOI -उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर-रामपुमथुरा14मार्च 2018
रामपुर मथुरा विकास खंड की ग्राम पंचायत सुकुल पुरवा जिसकी विकास खण्ड से दूरी लगभग नव किलोमीटर है । जो घाघरा नदी की तलहटी मे बसी है । यहाँ की टूटी व जर्जर सम्पर्क मार्गो को देखकर लगता है देश आजादी के बाद से पंचायती राज विभाग से किसी प्रकार का विकास कार्य नही करवाया गया है । नदी की तलहटी मे बसी होने के चलते ग्राम पंचायत के जिम्मेदार आला अधिकारियो को विकास कार्यो पर आने वाले सरकारी धन को हजम करने मे भी काफी सुविधा मिलती है। विकास कार्य जैसे कच्ची सडको की पटायी। मरम्मत व खड्न्जा लगवाये जाने ।
मनरेगा से होने वाले कार्य भूमि समतलीकरण ‘ आदिकार्यो पर फर्जी तरीके से सरकारी धन का व्यय दिखाकर फर्जीवाड़ा किया जाता है ।साथ ही यदि किसी प्रकार की जाँच पड़ताल की बात आती है तो सबसे सरल तरीका होता है की करवाए गये विकास कार्य हर वर्ष की तरह आने वाले बाढ़ मे बह गये । यदि इस ग्राम पंचायत मे करवाये गये विकास कार्यो की उच्च स्तरीय जाँच हो जाये तो मामला दूध का दूध और पानी की तरह परत दर परत खुल सकता है । क्योकि विकास खण्ड की बड़ी ग्राम पंचायत होने के चलते विकास कार्यो पर आने वाला सरकारी धन का व्यय किन कार्यों पर किया जा रहा है । जहाँ की सड़को को दशा खस्ता हाल है ।यहां पर आधी आबादी बाँध के उसपार तो आधी आबादी बाँध के इस पार बसी है ।