सीतापुर-अनूप पाण्डेय, राकेश पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर । किसान विरोधी कृषि अध्यादेशों के विरोध में चल रहे किसान आन्दोलन के अन्तर्गत आज ट्रैक्टर रैली के लिए सीतापुर आर एम पी डिग्री कालेज मैदान पर आयोजित समारोह को रोकने के लिए किसान मंच के जिला अध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह को जिला प्रशासन ने रात से ही नजरबंद कर दिया।
किसान नेता ने कहा कि हम सभी किसानों का यह कैसा दुर्भाग्य कि कहने को तो हम आजाद हैं लेकिन फिर भी अपनी ज्वलंत समस्याओं के लिए घरों पर कैद किए जा रहे है । किसान नेता ने बताया कि बुधवार की रात नौ बजे के बाद प्रभारी निरीक्षक इमलिया सुल्तानपुर विनय कुमार सिंह और क्षेत्राधिकारी सदर अभिषेक प्रताप अजेय मेरे घर पहुंच गए । मैं सीतापुर से देर में वापसी कर पाया था समूची रात पुलिस प्रशासन मेरे परिचितों और रिश्तेदारों के यहां मुझे ढूंढता रहा।मैंने पुलिस को चकमा देने के लिए अपना मोबाइल स्विच आफ कर लिया था बहुत ही आत्मिक कष्ट के साथ मुझे कहना पड़ रहा है, कि शासन और प्रशासन जिस तरह से किसान आन्दोलन को कुचलने के लिए दिन रात एक कर रहा है, प्रशासन यदि इसी प्रकार की तत्परता अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए करें, तो फिर अब तक भाजपा द्वारा अपराध मुक्त यू०पी० का वादा धरातल पर अमल में आ चुका होता। दिनों दिन अपराध बढ़ रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी सत्ता के दबाव पंगु हैं ।
शासन कर रहे जिम्मेदारों को यह पता होना चाहिए कि आवाज को दबाया तो जा सकता है परन्तु कुचला नहीं जा सकता। जिला प्रशासन द्वारा नायब तहसीलदार श्री राम गौर को मेरे घर पर भेजकर मुझसे भी ज्ञापन लिया गया। समूचे दिन पुलिस प्रशासन मेरे घर पर मेरे साथ रहा,और मुझे घर से बाहर नहीं जाने दिया। मैं कहना चाहता हूं बहुत ज्यादा दिनों तक किसानों की आवाज को दबाने से एक ऐसा आन्दोलन रूप ले रहा है जो आजादी के बाद का सबसे बड़ा आन्दोलन होगा ।इस बार लड़ाई आर पार की होगी,और जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की होगी ।