दीपक ठाकुर
विकास दुबे कानपुर के बिकरु गांव में आतंक का दूसरा नाम कहा जाता था अब उसका एनकाउंटर हो गया है लेकिन उस एनकाउंटर में कई पेंच भी सामने आए हैं जिसको लेकर मीडिया से लेकर राजनीतिक दलों में चर्चाओं का बाज़ार गर्म है यही चर्चा पर कोर्ट पहुंच गई है विकास दुबे और उसके 5 साथियों के हुए एनकाउंटर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अब तक 4 पीआईएल दाखिल हुई है जिसमे मांग की गई है कि इन सभी एनकाउंटर की जांच कोर्ट की निगरानी में सीबीआई या एनआईए से कराई जाए।
अब देखना है कि सुप्रीम कोर्ट इस पीआईएल को स्वीकार कर इसपे कब और क्या फैसला सुनाती है लेकिन इन एनकाउंटर में विकास दुबे वाला एनकाउंटर सवालों के घेरे में ज़रूर है जब विकास जीना चाह रहा था तो उसकी जिंदगी न्यायिक प्रक्रिया में आने से पहले क्यों छीन ली गई ये आरोप विकास दुबे की पत्नी भी चीख चीख कर लगा रही है उसका कहना था कि उसने जो किया वो गलत था उसके लिए वो जेल जाता उसका एनकाउंटर क्यों हुआ अब लगता है इन सब सवालों के जवाब सामने आएंगे क्योंकि अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है।