नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के जजों के विवाद मामला बढ़ता जा रहा है। बार काउंसिल इस झगड़े को सुलझाने की पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन इस विवाद में राजनीतिक दखलअंदाजी होने के बाद से विवाद ने नया रूप ने लिया है। न्यायिक विवाद में राजनीतिक करने को लेकर बार काउंसिल ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का विरोध किया है।
बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि हमने राहुल गांधी और राजनीतिक दलों को हमारी न्याय व्यवस्था पर विवाद करने का एक मौका दे दिया है। उन्होंने कहा कि हमने मौका दे दिया कि वो न्यायालय पर बोल सकें, ये दुर्भाग्यपूर्ण है। मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि हम इसको लेकर हम चाहते हैं कि सही तरीके इस मामले को जल्दी से खत्म किया जाए।
उन्होंने राजनेताओं से इस विवाद से दूर रहने को कहा और उनसे अपील की कि वो इस मामले को राजनैतिक मुद्दा न बनाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और कानून मंत्री ने यह न्यायपालिका का आंतरिक मामला है और सरकार इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी। बार काउंसिल इसकी सराहना करता हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के चार जजों जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कूरियन जोसेफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में सब कुछ सही नहीं चल रहा है। जस्टिस जे चेलमेश्वर ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में काम सही तरीके से नहीं चल रहा है। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेस की और कहा कि देश के इतिहास में ऐसी घटना पहली बार हुई है और जजों का इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सवाल उठाना एक गंभीर मसला है।