मगर पिछले करीब आठ सालों से यूपी की जेलों से किसी भी राष्ट्रीय पर्व पर उम्रकैदियों की रिहाई नहीं की गई। इसकी वजह यह है एक याचिका पर निर्णय सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उम्रकैदियों की एक साथ रिहाई पर रोक लगा दी।
हड़ताल का पता लगने पर जेल प्रशासन में खलबली मच गई। जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बैरकों में जाकर कैदियों से बातचीत की। फौरन इसकी सूचना जिला प्रशासन और शासन को दी गई। डीएम के निर्देश पर एडीएम सिटी ने सेंट्रल जेल जाकर कैदियों से बातचीत कर उन्हें समझाने की कोशिश की।
“कुछ कैदी भूख हड़ताल पर हैं। एक-एक बंदी से बात करके उन्हें समझाने की कोशिश की गई है। उनकी मांगों सहित रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है।” -पीएन पांडेय, सेंट्रल जेल अधीक्षक