सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अमरेंद्र पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के तहसीलदार बिसवा ने किया 11 लाख का भ्रष्टाचार सेवता विधानसभा में बाढ़ पीड़ितों को बसाने के लिए जमीन खरीद के नाम पर प्रशासन ने जमकर भ्रष्टाचार किया है शुक्रवार को यह मामला प्रभारी मंत्री की समीक्षा बैठक में विधायक ज्ञान तिवारी ने उठाया इससे पूरे जिले में हड़कंप मच गया प्रभारी मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार बिसवां नीरज पटेल को तत्काल हटाने उन पर मुकदमा दर्ज करने व संपूर्ण प्रकरण की 10 दिन में जांच कर रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। मालूम हो सेवता विधानसभा के ग्रामसभा गोलोक कोडर में बाढ़ पीड़ितों को बसाने के लिए दो दलित किसानों से 20 बीघा जमीन तहसीलदार नीरज पटेल ने जमीन सस्ते दर पर खरीदी गई जबकि लिखा-पढ़ी में अधिक मूल्य दर्शाया गया किसानों को अनपढ़ बना कर उसके बाद खाता खुलवाने के दौरान उन्हें पढ़ा लिखा दिखाकर ATM चेक बुक पासबुक अपने पास रखकर रुपया निकालने का काम किया गया इस जमीन खरीदने में 1100000 रुपये तहसीलदार नीरज पटेल ने किसानों से ले लिए यह मामला तब उठा जब उस जमीन पर शीशम के पेड़ काटने की नौबत आई उसमें भी तहसीलदार ने ₹30000 लिए जबकि वन विभाग ने ₹70000 परमिट देने के नाम पर मांगे जिसके बाद दोनों किसान परेशान होकर विधायक ज्ञान तिवारी से मिले और उन्हें अपनी पीड़ा बताई जिसके बाद विधायक ने यह मामला प्रभारी मंत्री की समीक्षा बैठक में रखा विधायक ने कहा दोनों किसानों का पहले से खाता रेउसा के राजापुर में था फिर भी तहसीलदार व लेखपाल ने भ्रष्टाचार करने को लेकर निजी बैंक में खाता खुलवाया और पैसे निकाले यह भ्रष्टाचार का मामला है इसको मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा प्रभारी मंत्री ने इसे गंभीरता से लिया है और त्वरित कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।