दीपक ठाकुर
जैसा कि सूत्रों से मालूम चल रहा है यूपी सरकार 15 अगस्त के बाद से प्रदेश में स्कूल खोलने की अनुमति देने का मन बना रही है लेकिन उनकी इस बात से अभिभावक सकते में ज़रूर आ गए हैं वैसे देखा जाए तो अभी स्कूल खोलने की बात सोचना भी ज़िम्मेदार सरकार के लिए अच्छा कदम नही माना जायेगा क्योंकि यूपी में भी कोरोना हर दिन नया रिकॉर्ड बनाता ही जा रहा है लोग अपने बच्चो को कोरोना से बचा कर घर मे रखते हैं पर जब सरकार स्कूल खोलने की बात कह रही है तो ऐसे में तो अभिभावकों को काफी संकट का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि अगर स्कूल खुले तो वहां बच्चो की उपस्तिथि भी अनिवार्य होगी और इस कोरोना काल मे वेन से बच्चों का स्कूल जाना कैसे संभव है।और गए भी तो वेन में सोशल डिस्टनसिंग कहाँ से होगी इतना तो सरकार को सोचना ही चाहिए।
उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या डराने वाली हो गई है लखनऊ भी इस मामले में रिकार्ड बना रहा है कोरोना कंट्रोल करने के लिए यूपी सरकार की साप्ताहिक बन्दी भी जारी है फिर स्कूल खोलने का विचार कैसे, क्या आपकी दी गई गाइडलाइन से स्कूल चलेगा ये आपको लगता है नही क्योंकि अभी जब सरकार ने स्कूलों में सभी आयोजनों पर ब्रेक लगाया तो सीएमएस ने उसकी नही सुनी और सोशल डिस्टनसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए आयोजन किया अब जब आपकी शह उन स्कूलो को मिल जाएगी तब वो कैसे इस बीमारी से हमारे बच्चों को बचाएंगे इस बारे में भी तो सिचिये इस तरह डराने वाले आदेश फिलहाल ना दे सरकार क्योंकि कोई अभिभावक अपने बच्चे को खुद कोरोना काल मे अकेला छोड़ने से डर रहा है इसका तो एहसास करिये अभी आन लाइन ही चलने दीजिये क्या फायदा संकट खड़ा हुआ तो जवाब देते भी नही बनेगा और कितने बच्चे भी संकट में आ जाएंगे।