कानपुर। सीएम योगी के आदेश के बाद नकल विहीन परीक्षा कराए जाने के लिए शासन-प्रशासन युद्ध स्तर पर जुटा हुआ है। 1993 के बाद परीक्षार्थियों के साथ ही मस्साब को इम्तहान देना पड़ रहा है। बुधवार को 6924 पररीक्षार्थियों ने एग्जाम छोड़ दिया तो कई कक्ष निरीक्षक पहले दिन ही बीमार पड़ गए। डीएम के निर्देश पर कक्षों में निरीक्षकों के लिए कुर्सी और मेज नहीं दिया गया, इसके कारण कई कक्ष निरीक्षक तीन घंटे तक लगातार खड़े रहने को मजबूर हुए, तो कुछ ने जमीन पर बैठकर परीक्षा निपटवाई। कक्ष निरीक्षकों का कहना है कि सरकार नकल को रोकने के नाम पर ऐसे-ऐसे निर्देश दिए हैं जो गलत हैं। हमें तीन घंटे तक खड़े होकर परीक्षा करवानी पड़ रही है। इसके कारण कई टीचर बीमार पड़ गए।
थक गए तो जमीन पर बैठ गए मस्साब
यूपी के सीएम ने यूपी इलाहाबाद बोर्ड की परीक्षा इस बार नकल विहीन कराने के लिए जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अफसरों को दिए हैं। जिसके कारण परीक्षा केंद्रों में बड़े पैमाने पर पुलिसकल के जवान तैनात किए हैं तो परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी के अलावा एसटीएफ को लगाया गया है। सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा कई दस्ते बनाए गए हैं जो वाहनों के जरिए परीक्षा केंद्रों की निगरानी कर रहे हैं। वहीं शासन के निर्देश पर डीएम ने कक्षों में सिर्फ परीक्षार्थियों को कुर्सी और मेज उपलब्ध कराई हैं, वहीं कक्ष निरीक्षकों को तीन घंटे तक पैरों पर खडे रहने का आदेश दिया है। शहर के जीएनके इंटर कॉलेज में पीपीएन इंटर कॉलेज के टीचर महेंद्र सिंह की ड्यूटी बतौर कक्ष निरीक्षक लगी है। महेंद्र ने बताया कि डीएम के आदेश पर किसी भी कक्ष निरीक्षक को कुर्सी नहीं दी गई। रीड़ की दिक्कत होने के चलते ज्यादा देर तक खड़े नहीं हो सके तो तीन घंटे जमीन पर बैठकर परीक्षा निपटवाई।
एक कक्ष में एक निरीक्षक ने निपटवाई परीक्षा
गुरूकुल इंटर कॉलेज कुरियां, सनिगवां में दस, कैलाश विद्यालोक इंटर कॉलेज मेहरबान सिंह के पुरावा में आठ और दयानंद सरस्वती इंटर कॉलेज नौबस्ता में छह कक्ष निरीक्षकों की कमीं पड़ गई। इन वि़द्यालयों में दो की बजाए एक कक्ष निरीक्षक रहे। ऐसे हालात कई विद्यालयों में रहे। शिक्षकों की गैरहाजिरी पर डीआईओएस सतीश तिवारी के पसीना छूट गया। वहीं सिटिंग प्लॉन में गड़बड़ी पर सुबह पाली में सीडीओ अरूण कुमार ने आरपीपी इंटर कॉलेज मकसूबाद के केंद्र व्यवस्थापक रामशंकर राजभर को हटा दिया। जीआईसी चुन्नीगंज के प्रवक्ता सुनील कुमार को केंद्र व्यवस्थापक बनाया गया है। रामसाहय इंटर कॉलेज बैरी शिवराजपुर में कक्ष निरीक्षक रिषींद्र सिंह ने व्यवस्थाक दिनेश कुमार पांडेय पर मोबाइन तोड़ने का आरोप लगा डीएम से शिकायत की है।
6915 छात्र- छात्राओं ने छोड़ी परीक्षा
क्क्षा दसवी में 724 तो इंटरमीडिएट की हिन्दी सब्जेक्ट की 1551 छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी। नौबस्ता के बसंत बिहार में कक्षा इंटर की ठात्रा प्रतिभा ने बताया कि नकल के नाम पर सरकार परीक्षार्थियों के अंदर खौफ पैदा कर दिया हे। डर के चलते मैंने परीक्षा छोड़ दी है। प्रतिभा ने बताया कि गोविंद नगर में कक्षा बारवीं की छात्रा ने सख्ती के चलते फांसी लगाकर सुसाइड की कोशिश की। हम चाहते हैं कि नकल किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए, लेकिन उसे रोकने के नाम पर अंग्रेजों के बनाए कानून भी नहीं लागू होन चाहिए। परीक्षार्थियों का कहना है कि परीक्षा शुरू होने के पहले ही मीडिया के जरिए सरकार की सख्ती की जानकारी मिलने के बाद गई छात्र ड्रिपेशन में चल गए।