नई दिल्ली, एजेंसी। सोशल मीडिया ऐप स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल के एक बयान के बाद भारत में काफी स्नैपचैट के खिलाफ काफी गुस्सा देखा जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबकि इवान ने अपने एक बयान में कहा था वे स्नैपचैट का विस्तार भारत जैसे गरीब देशों में नहीं करना चाहेंगे, क्योंकि स्नैपचैट अमीरों के लिए है।
इवान के इस बयान के बाद भारतीय स्नैपचैट यूजर्स ने अपना गुस्सा ऐप को अनइंस्टॉल और कम रेटिंग देकर निकाला, लेकिन मामला तब बिगड़ा जब कुछ यूजर्स स्नैपचैट की जगह स्नैपडील को भी अनइंस्टॉल करने लगे।
क्या है मामला ?
दरसअसल एक वेबसाइट के जरिए स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल के इस बयान का खुलासा हुआ है, क्योंकि यह बात 2015 की है जब एक बैठक में अपने एक कर्मचारी के सवाल पर इवान ने कहा थआ कि स्नैपचैट अमीरों के लिए है। वे भारत जैसे गरीब देशों में स्नैपचैट का विस्तार करना नहीं चाहेंगे।
बता दें कि एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में स्नैपचैट यूजर्स की संख्या करीब 40 लाख है। ऐसे में इवान का यह बयान उन्हें काफी महंगा पड़ सकता है, लेकिन स्नैपचैट के साथ-साथ स्नैपडील का भी नुकसान हो रहा है जबकि स्नैपडील एक भारतीय कंपनी है।