लखनऊ। स्वच्छ सर्वेक्षण मे इस बार लखनऊ ऊंची छलांग लगाई है। स्वच्छता रैंकिंग में देश में 12वें स्थान के साथ यूपी में अव्वल आया है। दूसरे पर 16वें स्थान के साथ आगरा और तीसरे पर 19वें स्थान के साथ गाजियाबाद है। चौथे पर 20वें रैक के साथ प्रयागराज और पांचवें पर 25वें रैक के साथ कानपुर है। इस तरह 27वें रैक पर वाराणसी और 41वें पर मेरठ दर्ज है।
इस उपलब्धि पर नगर निगम के अधिकारियों में खुशी का ठिकाना नहीं है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020-21 का परिणाम गुरुवार को दिल्ली में घोषित किया गया। लखनऊ नगर निगम के अधिकारी योजना भवन में वर्चुअल रूप से उपस्थित हुए। लखनऊ को 12वां स्थान मिलते खुशी खुशी से झूम उठे।
पिछले वर्ष रैंकिग में 116वें स्थान से पिछड़ कर लखनऊ 121वें स्थान पर पहुंच गया था। इससे नगर निगम के अधिकारियों को बहुत धक्का लगा था। तत्कालीन नगर आयुक्त डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कमियो को चिह्नित करते हुए इस वर्ष के कार्य योजना तैयार की।
संयुक्त निदेशक डा. अरविंद कुमार राव को स्वच्छ भारत मिशन का प्रभारी बनाते हुए टाप टेन का लक्ष्य निर्धारित किया। गुरुवार को 109 अंकों के सुधार सुखद परिणाम मिला। डा. राव ने कहा कि सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने के लिए स्तर से प्रयास किया गया। उसका परिणाम भी सुखद रहा है।
वाराणसी और शाहजहांपुर को ये सम्मान
देश के 12 स्वच्छ शहरों को पुरस्कृत किया गया। इसमें यूपी से 2 नगर निगम, वाराणसी और शाहजहांपुर को ये सम्मान मिला।वहीं बाकी 17 निकायों में लखनऊ, फिरोजाबाद, कन्नौज, चुनार, गंगाघाट, आवागढ़, मेरठ कैंट, गजरौला, मुरादनगर, स्याना, पलियाकलां, मल्लावां, बरुआसागर, बकेवर, बलदेव, अछलदा और मथुरा कैंट को पुरस्कार मिला।
सुधरी रैंकिंग
10 लाख से अधिक आबादी वाले नगरों की श्रेणी में प्रदेश के कई शहरों ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। इनमें लखनऊ 12वें, आगरा 16वें, गाजियाबाद 19वें, प्रयागराज 20वें, कानपुर 25वें और वाराणसी 27वें स्थान पर है।