एक तरफ जहां यूपी के सूबे के मुखिया योगी आदित्य नाथ कहते हैं ना खाऊंगा ना खाने दूंगा दूसरी तरफ 1 वर्ष के अंदर का बना हुआ शौचालय टूटकर नष्ट हो जाता है वही मनरेगा द्वारा बनाई गई चकमार्ग की पटाई की स्थिति जैसी की तैसी दिखाई देती है वही सूबे के मुखिया के आदेशों की खुलेआम दज्जियां उड़ाई जा रही है यहां पर साफ तौर पे तस्वीरें जो बयां कर रही है की जम कर बन्दर बाट हुआ है इन तस्वीरों से आप देख सकते हैं कि किस प्रकार से लापरवाही कर शौचालय का निर्माण कराया गया है एक वर्ष में मनरेगा द्वारा चक मार्ग व् सौचल धरा साही हो गया जी हां मैं बात कर रहा हूं ग्राम पंचायत कुलताजपुर की जहां पर गांव के बीचो बीच में नाले का निर्माण कराया गया है जो नाला जगे जगे पर टूटा हुआ है अब सवाल ये उठता है कि 1 वर्ष के अंदर बना हुआ नाला आखिर क्यों टूट जाता है क्या इस में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है वही के ग्रामीण से बात की तो उन्होंने बताया की गुणवत्ता व मानक विहीन बनाए जा रहे शौचालयों में भी जो बन गए हैं ओ टूट रहे है शौचालय के बारे में जब बात की गई तो उन्होंने सीधे साफ बताया कि पीले ईट से शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है संवाददाता के द्वारा जब पूछा गया की अपने प्रधान से बात की तो लाभार्थी ने बताया कि प्रधान से बात करने के बावजूद भी प्रधान ने साफ इंकार कर दिया और बताया कि अब यही पीला इटे लगती है इस प्रकार से 1 वर्ष का बना हुआ शौचालय टूट जाएगा ही इसमें प्रशासन की लापरवाही कही जा सकती है या फिर सरकारी धन का बन्दर बॉट किया जा रहा है।