सीतापुर -अनूप पाण्डेय,राकेश पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के विकास खण्ड हरगाँव में तैनात सफाई कर्मचारी गाँवों में जाना पसंद नहीं करते है ग्राम प्रधानों से सांठगांठ करके घर बैठकर वेतन ले रहे है ।विकास खण्ड के अधिकारीगण जब भी आकस्मिक निरीक्षण करते है तो यह लोग गलत आरोप लगाकर जिले के उच्चाधिकारियों को भी भ्रमित करने से भी नहीं चूकते है गौरतलब रहे कि संबंधित विकास खण्डों पर स्थानीय सफाई कर्मचारियो की नियुक्तियां की गई है । विकास खण्ड हरगाँव के अधिकांश सफाईकर्मचारी गांवों तक जाते ही नहीं है गाँवों में बरसात के दिनों में अधिकांश नालियाँ चोक है जगह जगह कूडे के ढेर लगे है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। इस संवाददाता ने विकास खण्ड हरगाँव के निकटवर्ती गांव परसेहरानाथ का दौरा किया तो पाया कि वहां कि स्थित बड़ी भयावह है ।ग्राम पंचायत परसेहरानाथ
के मजरा कजियापुर जब यह संवाददाता पहुँचा तो वहाँ की नालियाँ चोक मिली नालियां कूड़े से पटी पड़ी थी पता करने पर ग्रामीणों ने बताया कि यहाँ सफाई कर्मचारी के पद पर सुनील कुमार तैनात है वह कभी कभार ही आते हैं हमलोग अपने अपने घरों की सफाई व सामने की सफाई स्वयं करते है सफाईकर्मचारी नहीं आते हैं जिससे गांव के अन्दर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।अगर सफाई कर्मी कभी कभार आते भी है तो वह प्रधान से मिलकर चले जाते हैं।उसके बाद स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत सर्वेक्षण करने दूसरे मजरे गौरापट्टी गया तो वहाँ की हालत भी ज्यों की त्यों थी ।वहाँ सफाई कर्मचारी के नाम पर जगन्नाथ की तैनाती है, लेकिन वह दिन भर नगर पंचायत हरगाँव के कार्यालय में ही बैठे रहते हैं , क्योंकि वहाँ पर उनकी पत्नी सभासद हैं ।ऐसी स्थिति में खुद को न देखते हुए विकास खंड हरगाँव के अधिकारियों के खिलाफ संगठन का भय दिखाकर कार्यवाही कर उच्चाधिकारियों को भ्रमित कर गांवों के विकास को अवरूद्ध करते रहते हैं ।