सीतापुर-अनूप पाण्डेय,राकेश मिश्रा/NOI-उत्तरप्रदेश -सीतापुर रामपुरमथुरा सूबे के मुख्यमंत्री आप भले ही बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ का जन संदेश लोगों को दे रहे हैं।परंतु स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी क्षेत्रो में लंबे अरसे से जमे झोला छाप व बिना लाइसेंस के मेडिकल संचालाकों खुली छूट दे रखी है।जिससे बेटियां मरने को मजबूर है।शिकायत करता द्वारा सियायत करने के बावजूद भी झोला छाप डॉक्टरों व अवैध मेडिकल सन्नचालको पर कोई कार्यवाही नही हुई रामपुरमथुरा क्षेत्र के कलुवापुर निवासी दीपू मिश्रा की आठ वर्षीय पुत्री की तबियत खराब हुई तो पड़ोस के गोंदहा गाँव के झोलाछाप व मेडिकल संचालक कुलदीप के पास गया जिसने एक्सपायरी डेट की इंजेक्श लगा दिया और दवा दे दी उसे क्या मालूम की ये बिना डिग्री का डॉक्टर है जब उस लड़की हालत बिगड़ने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुरमथुरा लेकर रात में आया तब जाकर तबीयत में सुधार हुआ।और लेकर बाहर चला गया जिसके इलाज में करीब 25हजार रुपये खर्च होने की बात कही।साथ ही उक्तझोलाछाप व अवैधानिक रूप से संचालित हो रहे मेडिकल संचालक के खिलाफ रामपुरमथुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी शुसील वर्मा को लिखित तहरीर दी।वहीँ जब न्यूज़ वन इंडिया चैनल की टीम ने अधीक्षक से बात को गई ।तो उन्होंने बताया कि उक्त मेडिकल को बन्द करवा दिया गया है। कार्याही करने की बात को नजरन्दाज कर गए।ज्ञात हो कि रामपुरमथुरा क्षेत्र में सैकड़ो की संख्या में झोलाछाप व अवैध रूप से संचालित मेडिकल स्टोरों की दुकानें सजी है।जिनके जिम्मेदार आंखे बंद करके मौन हैं