इरफान शाहिद :NOI।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वैसे तो ट्रैफिक जाम होना कोई नई बात नही रही पर ये होता क्यों है इसपर कोई ध्यान नही देता या यूं कहें कि देना ही नही चाहता क्योंकि आज के समय मे सबको अपना आराम ज़्यादा दिखाई देता है।लखनऊ में कैसरबाग,अमीनाबद,नजीराबाद और नक्खास ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां से किसी का बिना जाम के निकल पाना एक सपना सा हो गया है इसका कारण भी है वो ये के यहां खुली जगह कम है पर जहां खुली जगह भी है वहां जाम की नौबत क्यों आती है ज़रा इस पर भी गौर कर लिया जाए।
ठाकुर गंज हरदोई रोड की इस तस्वीर में आपको जो वाहन दिखाई दे रहे हैं ये सभी सड़क के लगभग बीच मे खड़े दिखाई दे रहे हैं क्योंकि यहां मार्केट ज़्यादा है और घर कम बने हैं मार्केट होने के कारण यहां सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक ऐसे ही गाड़ियों का हुजूम दिखाई देने लगता है सुबह जैसे जैसे परवान चढ़ती है वैसे वैसे गाड़ियों की संख्या और दुकानदारों के सामान के सड़क पर लगने में इज़ाफ़ा होने लगता है।
सड़क पर बेतरतीब खड़े वाहनों और सड़क पर दुकान का आधा सामान रखने वालों की वजह से उन लोगों को खासी दिक्कत होती है जो हरदोई रोड से अपना सफर तय करते हैं,और तो और कुछ दुकानदार तो सब्ज़ी वालों को अपने दुकान के सामने बैठा कर भी पैसा कमाने का काम सा करने लगे हैं जिससे उनको तो रोज़ की कमाई का जरिया मिल जाता है और राहगीरों को आयेदिन की मुसीबत।
अब ऐसा भी नही है कि ये वजह और जाम के हालात से कोई ज़िम्मेदार विभाग या पुलिस वाकिफ नही है वाकिफ सब हैं पर कोई इसपर सख्त रुख इख्तियार करता नजर नही आता।नया थानेदार आता है तो थोड़ी सख्ती होती है और कभी कभी नगर निगम की तरफ से भी खाना पूर्ति होती है लेकिन उसके बाद ढाक के सब तीन पात।