सीतापुर-अनूप पाण्डेय, सनोज मिश्रा/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर -अटरिया परीक्षाएं परवान पर और परीक्षार्थी चिंतित हैं। चिंता की बड़ी वजह बिजली है। बोर्ड परीक्षार्थियों की तैयारी में बिजली कटौती बाधक बन रही है। निर्धारित शिड्यूल के तहत बिजली की आपूर्ति न होने से विद्युत व्यवस्था लड़खड़ा गई है। बता दें कि उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षाएं 7 फरवरी से शुरू हो रही हैं। दिन में तो किसी तरह काम चल जाता है, पर दिन ढलते ही कटौती का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो बिजली उपलब्ध रहने तक जारी रहता है। रात में पढ़ने के समय बिजली नदारद रहती है, ऐसे में बोर्ड परीक्षार्थियों की तैयारी बाधित हो रही है। बिजली कटौती के चलते परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। साधन संपन्न घरों के ऊपर बिजली कटौती का असर नहीं है, लेकिन गरीब घरों के बच्चों के पास बिजली कटौती से निपटने का विकल्प नहीं है, क्योंकि रात में लैंप व लालटेन जलाने के लिए मिट्टी तेल खरीदना भी आसान नहीं है। स्थिति यह है कि गरीब घरों के बच्चों पर इसकी मार अधिक पड़ रही है। इंटरमीडिएट के छात्र गौरव शुक्ला का कहना है कि बिजली कटौती परीक्षा की तैयारी में बहुत ही बाधक बन रही है। बिजली कब आयेगी, कब जाएगी इसका समय निर्धारित होना चाहिए जिससे पढ़ाई की जा सके। हर घंटे पर कटौती की जाती हैं ,इसी तरह छात्र रमाकान्त यादव का कहना है कि बिजली कटौती का कोई शिड्यूल निर्धारित न रहने के कारण पढ़ाई में काफी परेशानी हो रही है, चूंकि मिट्टी का तेल महंगा भी है और मिलना भी कठिन है। इसी प्रकार अमन, सुधांशू, शिवांश ने विद्युत कटौती को पढ़ाई में बाधक बताया तथा नियमित विद्युत आपूर्ति कराने की मांग की है। जब इस संबंध में अवर अभियंता मिथिलेश यादव से जानकारी ले गई तो उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम से कटौती की जाती है।