सीतापुर-अनूप पाण्डेय, राकेश पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के हरगाँव लोकसभा चुनाव के चार चरण पूर्ण हो जाने के बाद अब पांचवे चरण की ज॔ग बहुत ही रोचक हो चली है इस चरण के अंतर्गत धौरहरा लोकसभा सीट पर धौरहरा की जनता कांग्रेस के हाथ का साथ छोड़कर कमल व हाथी की तरफ रूख करना उचित समझ रही है।
क्षेत्र की जनता कांग्रेस के नेताओं की रैलियों में जाना भी मुनासिब नहीं समझती है, जबकि भाजपा व महागठबंधन की सभाओं में जनता की उपस्थिति जोरदार ढंग से हो रही है ।इससे ऐसा लगता है कि धौरहरा व सीतापुर की सीटों पर चुनावी लड़ाई अब भाजपा व गठबंधन के बीच होती दिख रही है ।
धौरहरा लोकसभा क्षेत्र की पांचों विधान सभाओं में से मोहम्मदी ,कस्ता , धौरहरा, विधान सभायें लखीमपुर खीरी जनपद तथा विधान सभा महोली व हरगाँव सीतापुर जनपद के अंतर्गत आती हैं,परन्तु जनता का मोह कांग्रेस से इन पांचों विधान सभाओं में भंग होता दिख रहा है। इस समय जनता में चुनावी लड़ाई के परिदृश्य से कांग्रेस बहुत ही नीचे है ।भाजपा व गठबंधन की धमाकेदार रैलियों ने जनता के बीच शमां बांध रखा है ।
कांग्रेस प्रत्याशी जितिन प्रसाद कुछ चाटुकारों से हमेशा घिरे रहते है लगता है यही चाटुकार इनका ग्राफ बढाने के बजाय नीचे ले जाने का कार्य कर रहे है। हालांकि जितिन प्रसाद क्षेत्र की दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास की राजनीति करने में विश्वास रखते हैं और वह क्षेत्र में विकास पुरुष के नाम से जाने भी जाते हैं। इसके बावजूद भी मौजूदा परिस्थिति में मोदी मैजिक के आगे कराये गये सारे विकास कार्यों पर जनता पानी फेरते हुए मोदी मैजिक में डूबी हुई है।
काफी विरोधाभास के बावजूद भी गठबंधन के प्रत्याशी अरशद सिद्दीकी का चुनाव अपनी पराकाष्ठा पर जाता प्रतीत हो रहा है ,जबकि इस चुनावी महासमर में भाजपा प्रत्याशी व सांसद रेखा अरुण वर्मा इन दोनों प्रत्याशियों से काफी आगे निकल चुकी हैं वह भी मोदी नाम के रथ पर सवार होकर उस मुकाम पर हैं जहाँ पहुँचना इन दोनों के बस की बात नहीं है ।