दीपक ठाकुर:NOI।
आज पूरा देश ग़मगीन है वो जानता है कि देश को जो क्षति हुई है उसकी भरपाई हो पाना असंभव से कम नही है क्योंकि वो सिर्फ लोकप्रिय नेता ही नही था बल्कि एक ऐसा इंसान भी था जो अपनी कविता के माध्यम से लोगों को जीवन जीने के नई प्रेरणा देता था और जिसका नाम भी खुद में एक मोकाम था वो नाम है हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी।
अटल जी ऐसी शख्सियत के मालिक थे जो राजनीति राज करने के लिए समाज के लिए करते थे।नब्बे के दौर में सिर्फ उनके नाम पर ही भाजपा को उम्मीद की किरण दिखाई दी थी नारा भी बुलंद था कि वोट अटल को वोट कमल को जिसका फायदा भाजपा को मिला और वो सरकार में आये शुरआती दौर के झटकों के बाद जब कमान संभाली तो ना सिर्फ अपना कार्यकाल पूरा किया बल्कि देश को नई बुलंदियों पर भी पहुंचाया।
अटल जब बोलते थे तो विपक्ष क्या समूचा देश शांत हो कर उनके भाषण को सुनता था अपनी बातों में कविता की गहराई का जो समागम अटल जी करते थे वो लोगो को बेहद पसंद आता था। आज भी भाजपा के कई दिग्गज नेता अटल जी की कविताओं का इस्तेमाल अपने भाषणों में करते हैं जो ये बताने के लिए काफी है कि उनकी बात कितनी गहरी और दूर तक जाने वाली हुआ करती थी।
धीरे धीरे अटल जी उम्र की उस दहलीज़ पे पहुंच गए जहां से सक्रिय राजनीति कर पाना बेहद मुश्किल था लेकिन युवा नेताओ की हौसला अफजाई और उनका मार्गदर्शन वो हमेशा करते रहे।दिसम्बर माह में जन्मे अटल बिहारी आजीवन कुंवारे रहे और सार्थक जीवन के साक्षी बने 16 अगस्त 2018 को उन्होंने एम्स में अंतिम सांस ली जिससे देश आहत है।।