सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अभिषेक शुक्ला/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के अटरिया कहते हैं कि लोहा ही लोहे को काटता है। जिनके काले कारनामे पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हैं, वे ही अब पुलिस के मददगार बनने जा रहे हैं। हिस्ट्रीशीटर बताएंगे कि कैसे अपराध पर काबू पाया जाए. अपराध नियंत्रण व लोगों तक पहुंचने के लिए पुलिस अब हिस्ट्रीशीटर की मदद लेगी, ये अहम फैसला अटरिया थानाध्यक्ष द्वारा लिया गया. जिसके चलते शनिवार को अटरिया थाने में हिस्ट्रीशीटर के साथ बैठक संपन्न हुई. जानकारी के अनुसार जब से अटरिया थाने का निर्माण हुआ है तब से ये पहली मीटिंग योगेंद्र सिंह के नेतृत्व में की गई है, इससे पहले हिस्ट्रीशीटर की बैठक थाने में नहीं हुई है. योगेंद्र सिंह ने बैठक में कहा कि पुलिस हिस्ट्रीशीटरों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का काम करेगी।बैठक में आए हिस्ट्रीशीटरों ने थानाध्यक्ष योगेंद्र सिंह के सामने शपथ लिया कि अब न तो कोई अपराध करेंगे और न ही अपराधियों का साथ देंगे, और होने वाले अपराध की जानकारी देंगे पुलिस की मदद करेंगे और युवाओं को समझाएंगे कि इस रास्ते से तौबा करें। ऐसे. हिस्ट्रीशीटर जो वृद्ध हो चुके हैं व बीमार हैं या जिनकी छवि मे सुधार हुआ है पुलिस उनकी निगहबानी बंद करेगी। जो व्यक्ति क्राइम की दुनिया से नहीं जुड़ा है तथा अपने कामकाज में व्यस्त है उसे भी राहत दी जाएगी। ऐसे लोगों को फिर से सामान्य जीवन जीने का मौका मिलेगा। शनिवार को थाने में हिस्ट्रीशीटरों को बुलाया गया। डर के कारण चुनिंदा हिस्ट्रीशीटर ही थाने आए। थानाध्यक्ष ने उन्हें समझाया। साथ ही आह्वान किया कि वे आपराधिक घटनाएं रोकने के लिए पुलिस की मदद करें. थाने में लगभग 30 हिस्ट्रीशीटर ही थाने पहुंचे. इस बैठक के दौरान SI राजेश सिंह, SI मुनेश कुमार, का. राजकुमार तिवारी समेत समस्त स्टाफ उपस्थित रहा.