इटावा:-योगीराज में सरकारी कर्मचारियों की तानाशाही थमने का नाम नही ले रही है।
प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद सरकारी कर्मचारी मानो रुतवा झाफने लगे हो।बेलगाम हो चुके हैं सरकारी कर्मचारी।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के इटावा में 1 ताज़ा मामला प्रकाश में आया है।
इटावा के विकासखंड भर्थना के गें कुशगमा में एक प्राथमिक विद्यालय में झाड़ू लगते दिखे छात्र।
प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका शैलेश कुमारी खुद खड़े होकर अपने सामने छात्रों से झाड़ू लगवाती है व झूठे बर्तन साफ कराती हैं।
प्रधानाध्यापिका की हिटलरशाही हुई कैमेरे में कैद।
काफी दिनों से ऐसी शिकायते आ रही थी कि ग्राम कुशगमा के प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक छात्र छात्राओं से काम करवाते हैं।
ऐसा वस्क्य सुनने के बाद वहाँ की क्षेत्रीय महिला पत्रकार शिवानी उस विद्यालय में पहुंची तथा छात्रों को झाड़ू लगाते हुए का वीडियो बनाने लगी।
जब वहां की प्रधानाध्यापिका शैलेश कुमारी को इसकी भनक लगी तो इसने महिला पत्रकार को अंदर बुलाया व कहा अंदर से वीडियो बनालो।
जैसे ही महिला पत्रकार अंदर पहुंची फिर क्या प्रधानाध्यापिका व उसका पति दोनो ने शिवानी का मोबाइल छीन लिया व पिटाई की।
काफी देर चिल्लाने के बाद पास ने ही दूध की डेरी खोले शिवानी के चाचा ने जब किसी को चिल्लाते हुए सुना तो भागते हुए विद्यालय पहुंचे व शिवानी को पिटने से बचाया।
आस पास जे लोगो की माने तो इस प्रधानध्यापिका की गुंडागर्दी कस्फी समय से चली आ रही है।
ग्राम प्रधान भी विद्यालय की दीवार से अंदर जाने से डरता है क्योंकि शैलेश कुमारी तुरन्त वीडियोग्राफी करने लगती हैं व लोगो को धमकाती है कि अगर किसी ने भी कुछ भी उलटा सीधा करने की कोशिश की तो उस पर एस.सी एस. टी एक्ट लगवाकर जेल भिजवादेंगे।
महिला पत्रकार शिवानी ने बीएसए से शिकायत रखी है।
मामला गरमाने के बाद बीएसए बे जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है।