हैकरों के साथ मिलकर लॉस एंजलिस टाइम्स की एक खबर को बिगाड़ने का षड्यंत्र रचने के आरोपी रॉयटर्स के संपादक को नौकरी से हटा दिया गया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के सोशल मीडिया संपादक 26 साल के मैथ्यू कीज हैकिंग के आरोपों की सुनवाई के लिए बुधवार को संघीय अदालत में पेश होंगे. उनके वकीलों का कहना है कि वह खुद को दोषी नहीं मानेंगे.
संघीय अभियोजकों ने कीज पर एनोनिमस नाम के हैकिंग समूह को टाइम्स की मूल कंपनी दि ट्रिब्यून कंपनी के कंप्यूटर सिस्टम हैक करने के लिए लॉग इन संबंधी सूचना देने का आरोप लगाया है.
संघीय अदालत में पिछले महीने शुरू किए गए अभियोग में कहा गया कि ‘शार्पी’ नाम के एक हैकर ने दिसंबर 2010 में टाइम्स की एक खबर का शीर्षक बदलने के लिए इन सूचनाओं का इस्तेमाल किया.
कीज का कहना है कि उनपर जो आरोप लगे हैं, उन्होंने वह अपराध नहीं किए हैं. रॉयटर्स से हटाए जाने पर उन्होंने कई ऑनलाइन मैसेज पोस्ट कर कहा कि रॉयटर्स ने आरोप लगने की वजह से उन्हें नहीं निकाला.
वहीं थॉमसन रॉयटर्स के प्रवक्ता डेविड गिरारडीन ने कीज को हटाए जाने को लेकर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया.
अभियोजकों के अनुसार मामले में दोषी साबित होने पर कीज को 25 साल तक की कैद हो सकती है और उनपर 5,00,000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लग सकता है.