लखनऊ, न्यूज़ वन इंडिया। सोशल मीडिया के इस दौर में जहां हर तरफ़ सोशल मीडिया कैम्पेनिंग के माध्यम से एडवरटाइजिंग और पब्लिसिटी ज़ोर-शोर से चल रही है।
वहीं दूसरी ओर इसी उद्देश्य से इंटरनेट पर सैकड़ों सोशल मीडिया ग्रुप्स बन गए हैं जो इंटरनेट पर विज्ञापन को बढ़ावा देते हैं। सोशल नेटवरॉकिंग साइट्स यानी व्हाट्सएप, फेसबुक , आदि पर ग्रुप्स बना कर प्रोमोशन करते हैं।
लेकिन इसी की आड़ में तमाम लोग फर्जी ग्रुप्स बना कर प्रमोशन के नाम पर घन उगाही का काम कर रहे हैं। पहले लोगों को ग्रुप्स में जोड़ते है फिर उनसे उनके कंटेंट को प्रोमोट करने के लिए उनसे मोटी रकम मांगते हैं और अगर बात नही बनी तो उसे ग्रुप से निकाल देते हैं।
फ़र्ज़ी सोशल मीडिया ग्रुप्स बनाकर धन-उगाही का यह गोरखधंधा इस समय बहुत ही ज़ोरों पर है। लोगों से झूठ बोल कर यह फ़र्ज़ी काम कर के खूब पैसा कमाने में लगे हैं। ग्रुप्स के एडमिन अपने तमाम झूठे दावों से लोगों को ठगने का काम कर रहे है । इनकी माने तो यह कहते हैं कि इनके 30-40 ग्रुप्स है,
लेकिन यह झूठ में कई राजनीतिक व्यक्तित्व या पार्टी फंस भी जाती है। ऐसा ही एक प्रयास न्यूज़ वन इंडिया से भी किया गया। लेकिन न्यूज़ वन इंडिया ने इसका भांडाफोड़ दिया।
आपको बता दें कि यह ग्रुप्स भी मौजूदा हालात को देखते हुए बनाये जाते हैं। लोकप्रिय व्यक्तियों, पार्टी, धर्म, कलाकार, पत्रकार आदि के नाम से बनाकर लोगों को भी जोड़ लेते हैं। ग्रुप्स कुछ इस तरह से है, “अंध-भक्त मुक्त भारत”, “भक्तों का बाप रवीश कुमार”, “समाजवादी पार्टी”, आदि हैं।
इस ठगी का शिकार कई बन जाते हैं। इनके इस गोरखधंधे पर अंकुश लगाने की अभी तक कोई पहल नही की जा रही है। सोशल मीडिया पर बढ़ रहे इस खेल को रोकना बेहद ज़रूरी होता जा रहा है।