लखनऊ दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश अपराध मुक्त होगा इसी वादे के साथ योगीआदित्यनाथ ने प्रदेश की कमान संभाली थी औऱ ऐसा ही हो ये करने के लिए मुख्यमंत्री जी आये दिन तरह तरह के फेर बदल भी कर रहे हैं साथ ही अपराधियों को खुली चुनौती भी दे रहे हैं कि सुधर जाओ नही तो सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा पर लगता है शायद अपराधी ना ही उनको और ना ही उनकी कही किसी भी बात को गंभीरता से ले रहे हैं।
आज सुबह का अखबार जब हाथ मे आया तो पहले पन्ने पर खबर दिखी बुलंदशहर हाइवे पर हुई हैवानियत की जिसको पढ़ने के बाद बाकी पन्ने पलटने का दिल ही नही किया क्योंकि जब शुरआत ही इतनी डरावनी हो तो अंत कैसा होगा ये सोच कर अखबार बंद कर के रख दिया।
अब बात आती है कि जिस प्रदेश की कमान योगी आदित्यनाथ जैसे शख्स के हाथ हो उस प्रदेश में आखिर अपराध का ग्राफ निचले स्तर पर क्यों नही आ रहा है योगी जी अपने भाषणों और पत्रकारवार्ता में अपराधियों को जिस तरह की चुनौती देते है उसका सार्थक परिणाम क्यों देखने को नही मिल रहा कमी और चूक आखिर कहां हो रही है ये कौन बतायेगा क्या सिर्फ वादे और बाते ही प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिए काफी है अगर ऐसा है तो ठीक है जैसा चल रहा है चलने दीजिये और अगर नही ठीक है तो बात में वजन लाइये ये कैसे आयेगी ये आप सोचिए सरकार आपकी है।
आप जो कुछ कहते है उसका पालन हो रहा है कि नही आपकी बात को सही रूप दिया जा रहा है कि नही क्योंकि जैसा आपने कानून व्यवस्था को लेकर एक्शन लिया था वो सराहनीय तो था पर उसका असर उनपर कब तक रहा ये आप भी जानते होंगे तो कहना बस यही है कि जिसकी शुरुआत कीजिये उसको सही मुकाम तक ज़रूर ले जाइये आदत पुरानी है आसानी से नही जाएगी।