लखनऊ,दीपक ठाकुर।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद जब मीडिया से मुखातिब हुए तो उनका अंदाजेबयां कुछ अजीब सा रहा। आम तौर पर विरोधी पार्टियों के तंज का बखूबी जवाब देने वाले अखिलेश यादव ने जनता के जनादेश का तो स्वागत किया पर वो कई ऐसी बात भी बोल गए जिसे जनता पर भी उनका रोष ज़ाहिर हो गया।
हार के बाद की गई अपनी पहली और बतौर मुख्यमंत्री आखरी पत्रकार वार्ता में अखिलेश ने कहा कि जनता को एक्सप्रेस वे नहीं बुलेट ट्रेन पसंद होगी इसलिए जनता ने उन्हें वोट नहीं किया उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने जो प्रदेश की जनता के लिए योजनाएं दी हैं उससे जनता को मिल रहे लाभ जनता को वो समझाने में नाकाम रहे शायद यही हार की वजह थी। अखिलेश यादव ने कहा कि नई सरकार किसानों के लिए बेहतर काम करे गरीबों के लिए करे और उनकी सरकार से ज़्यादा अच्छा करे तो उनको ख़ुशी मिलेगी।
अखिलेश यादव से जब मायावती के ई वी एम वाले बयान पर बात की गई तो उनका कहना था कि यदि ऐसा संदेह है तो जांच होनी चाहिए वही अखिलेश ने ये भी एलान किया कि कांग्रेस पार्टी से उनकी दोस्ती आगे भी जारी रहेगी और वो खुद आगे किस भूमिका में नज़र आएंगे ये पार्टी की हुई हार की समीक्षा के बाद तय करेंगे।
अखिलेश के शब्दों से हताश और निराशा दोनों झलक रही थी वो बार बार ये कहते नहीं थके की प्रदेश की जनता ने बुलेट ट्रेन के लिए वोट किया है। अब इसे आप जनता के वोट देने पर तंज नहीं तो और क्या कहेंगे?