लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी किए गये श्वेत पत्र की सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक को आईना दिखाया है। उन्होंने लिखा है कि भूल चुके जो संकल्प पत्र,श्वेत पत्र उनका बहाना है।
यादव ने अपने ट्वीट के जरिये विस चुनाव के समय भाजपा द्वारा जारी किए गये लोक संकल्प पत्र में की गयी घोषणाओं की तरफ इशारा किया है। अपने ट्वीट में यादव ने योगी सरकार के किसानों की कर्ज माफी के लिए जारी हो रहे उप्र फसल ऋण मोचन प्रमाण पत्र को भी टैग किया है। इसके जरिये सपा अध्यक्ष ने दर्शाया है कि योगी सरकार ने मथुरा की गोवर्धन तहसील के छेद्दाई जिनकी आईडी 1918126 है का 0.01 पैसे का फसली ऋण माफ हुआ, जबकि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किसानों का पूरा फसली ऋण माफ करने का वादा किया था, मगर सरकार बनने पर इसकी सीमा एक लाख तक ही सीमित कर दी।
उधर श्वेत पत्र की सपा ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा है ‘’श्वेत पत्र में सिर्फ काले अक्षर हैं और सच्चाई पर सफेदी पोती गई है’। सपा ने कहा बेहतर होता मुख्यमंत्री श्वेत पत्र के साथ ही अपनी सरकार में आक्सीजन की कमी से मरे बच्चों के मां-बाप की पीड़ा का भी जिक्र कर देते। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने सरकार के श्वेत पत्र पर मीडिया से कहा, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ठीक ही कहते हैं कि भाजपा विकास विरोधी पार्टी है।
चौधरी ने आरोप लगाया कि भाजपा राज में प्रशासनिक व्यवस्था पंगु है। विकास थम गया है। कानून-व्यवस्था का गंभीर संकट है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। सूबे की राजधानी लखनऊ में ही रोज हत्या, बलात्कार, अपहरण और लूट की घटनाएं हो रही हैं। प्रदेश रोज ही बिजली संकट से जूझ रहा है। आठ से दस घंटे तक की बिजली कटौती शहरों में हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी पर तंज कसते हुए कहा ‘‘मुख्यमंत्री का कथन अपराधी या तो जेल में होंगे या फिर प्रदेश से पलायन कर जायेंगे थोथा ही साबित हो रहा है।
अपराधी बेलगाम हैं और खुलेआम अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। जमीनों पर अवैध कब्जे रोकने में प्रशासनिक मशीनरी विफल है। श्री चौधरी ने कहा मोदीनगर में एक छात्रा के साथ बलात्कार और हत्या की घटना की बड़ी मुश्किल से एफआईआर दर्ज किया जाना सरकार के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है। सपा प्रवक्ता ने कहा अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में असाध्य बीमारियों के इलाज की मुफ्त व्यवस्था थी। भाजपा सरकार में कैंसर संस्थान बंद होने जा रहा है। अस्पतालों में दवा नहीं है।