लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर पुलिस के राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए आज कहा कि बीजेपी के लोग पुलिस की मदद से एसपी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रहे हैं. इस पर योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”जो व्यक्ति अपनी पार्टी को नहीं संभाल पा रहा है वो बीजेपी के बारे में सवाल कर रहा है.”
अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर बीजेपी के कई नेता एसपी पर प्रदेश के थाने चलाने का आरोप लगाते थे लेकिन प्रदेश की मौजूदा बीजेपी सरकार खुद पुलिस का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने औरैया जिले का एक मामला उठाते हुए कहा कि बीजेपी वहां अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने के लिये एसपी के जिला पंचायत सदस्य कल्लू यादव और उसके परिवार का उत्पीड़न कर रही है. यादव को हत्या और बलात्कार के मुकदमे में फंसा दिया गया है. कई दूसरे सदस्यों के साथ भी ऐसा ही उत्पीड़न किया जा रही है. वह इसकी शिकायत राज्यपाल और चुनाव आयोग से करेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम जानना चाहते हैं कि अब थाने कौन चला रहा है. पुलिस के माध्यम से इतनी अवैध वसूली पहले कभी नहीं हुई.’’ अखिलेश ने हाल के दिनों में एसपी के चार विधान परिषद सदस्यों के इस्तीफे का जिक्र करते हुए कहा कि इससे एक बात साफ हो गई है कि बीजेपी के लोग उपचुनाव का सामना करने से डर रहे हैं, इसीलिये उन्होंने एसपी के विधान परिषद सदस्यों को तोड़ लिया.
एसपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए विधान परिषद सदस्यों बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह की तरफ इशारा करते हुए एसपी अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी में जाकर वे दोनों पाक साफ हो गए हैं. नवाब को आवास विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है, जबकि दूसरे को राजस्व एवं परिवहन मंत्री बनाने की तैयारी है.
हाल में विधानसभा में संदिग्ध पाउडर मिलने के बारे में अखिलेश ने आरोप लगाया कि पूर्व विधायकों को विधानभवन में आने से रोकने के लिये उस पाउडर को खतरनाक विस्फोटक पीईटीएन बता दिया गया, जबकि वह केवल फर्नीचर की पॉलिश चमकाने में इस्तेमाल होने वाला पाउडर था. समाजवादी लोहिया ट्रस्ट से अपने चार करीबी सदस्यों को हटाये जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा, ‘‘इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. हम पर औरंगजेब होने का आरोप भी लगाता रहा है. सावधान रहें मुझसे.’’