आगरा। अखिलेश यादव की तत्कालीन सपा सरकार ने जो प्रोजेक्ट आधे अधूरे तैयार थे, उन्हें अब भाजपा की सरकार लागू करेगी। सीएम आदित्यनाथ योगी आज शहर में होंगे और वे शहर के लिए महत्वपूर्ण रबर चेक डैम योजना देखेंगे। इस चेकडैम को अखिलेश सरकार ने बनाने का प्लान बनाया था। तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव के समय इस डैम के लिए क्योटो के अधिकारियों के साथ करार किया गया था।
पानी की किल्लत झेल रहे आगराइट्स
यमुना नदी में पानी की कमी और जलापूर्ति का दंश आगराइट्स पिछले कई सालों से झेल रहे हैं। ताज के पीछे यमुना में पानी की कमी से स्मारक को नुकसान की बात होती रहती है। इन दोनों समस्याओं के निदान के लिए अखिलेश सरकार के समय दो रबरडैम बनाने की योजना थी। एक वाटरवकर्स और दूसरा ताजमहल के पीछे नगला पैमा में रबर चेक डैम बनने का प्रस्ताव था। सिंचाई विभाग द्वारा इसवर्ष डीपीआर भी प्रस्तुत की गई थी। लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
जापान के क्योटो की तर्ज पर बनाने का प्लान
चेकडैम जापान के क्योटो शहर की तर्ज पर बनाने का प्लान था। रबर चेकडैम के लिए रविवार को सीएम आदित्यनाथ योगी निरीक्षण कर सकते हैं। सब कुछ ठीक रहा, तो जल्द ही वे इस योजना को अमलीजामा पहना सकते हैं। रबरचेकडैम करीब 281 करोड़ रुपये की लागत की योजना थी। ताजमहल के नजदीक रबर चेकडैम के लिए प्रस्तावित स्थल पर सीएम का काफिला पहुंच सकता है, इसलिए यहां पूरी तैयारियां की गई हैं।
ये हैं रबर डैम की खासियत
रबर चकेडैम की लंबी मियाद होती है, पूरी दुनियां में करीब पांच हजार रबर चेकडैम काम कर रहे हैं। सिल्ट की समस्या इन डैम में नहीं आती है। बहाव में सिल्ट अपने आप ही साफ हो जाता है। वहीं गेट वाले डैम में गेट में जंग लगने से इन्हें 15 साल में बदलने की जरूरत पड़ती है। जबकि इसकी मियाद 35 साल तक की होती है।