लखनऊ, दीपक ठाकुर। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी को उत्तर प्रदेश में चुनावी जीत का स्वाद चखाने का जो बीड़ा उठाया है उसमें वो तन मन से व्यस्त दिखाई दे रहे यू पी में ताबड़तोड़ चुनावी जनसभा को संबोधित करते वक़्त सपा सरकार और चुनाव में उनके यार पर हर तरह के वार भी कर रहे हैं।
यही नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के स्लोगन काम बोलता है पर भी काफी तंज कस रहे हैं। आखिर मोदी जी प्रदेश सरकार से इतने खफा क्यों है क्या ये चुनावी स्टंट है या वास्तव में उत्तर प्रदेश का वो विकास नहीं हुआ जो भाजपा आने के बाद ही हो पायेगा। जो भी है फिलहाल तो पी एम साहब हमलावर ही नज़र आ रहे है।
अपनी चुनावी सभा के दौरान प्रधानमंत्री जब भाइयों और बहनों कह के सभा को संबोधित करते है तो पूरा मैदान तालियों की आवाज़ से गूंज उठता है उनकी सभा में प्रदेश के हालात पर खूब चिंता ज़ाहिर की जाती है और इस बात की गारंटी भी दी जाती है कि भाजपा के आने के बाद सब दुरुस्त हो जायेगा।
हमारे पी एम साहब अखिलेश से मंच के माध्यम से पूछते है कि काम कहाँ किया विकास कहाँ हुआ है महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या किया गया इन सब का हिसाब जनता माग रही है उनको हिसाब दें मेरा नंबर 2019 में आयेगा अभी तो सी एम का रिपोर्ट कार्ड आना है।
चुनावी सभा में जहाँ अखिलेश केंद्र सरकार के कार्यों को लेकर जनता के बीच जा रही है वही पी एम साहब भी पांच साल प्रदेश बेहाल जैसे नारों के साथ भाजपा के लिए वोट अपील करते नज़र आ रहे है। सपा कांग्रेस गठबंधन पर भी मोदी जी काफी चुटकी ले रहे है और कह रहे हैं कि सपा ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए जो साथ किया है ये साथ भी उन्हें यूपी में जीत नहीं दिला पायेगा।
नरेंद्र मोदी जी का मानना है कि प्रदेश सपा सरकार से तंग आ चुका है जिसे बदलाव की ज़रूरत है और ये बदलाव भाजपा ही ला सकती है।
एक बात तो सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा के दौरान जो भीड़ एकत्रित होती है वो बिलकुल भाजपा रंग में ही रंगी दिखाई देती है केंद्र की हर योजना पर ताली बजाना और प्रदेश सरकार की विफलताओं पर चुटकी लेना ये दर्शाता है कि प्रदेश की जनता नरेंद्र मोदी की सोच और विकास की बात पर अटूट विश्वाश दिखा रही है । पर क्या ये भीड़ वाकई आम प्रदेशवासी की है या इसमें भी कोई खेल होता है इसका जवाब चुनावी नतीजे खुदबखुद दे देंगे।