कहते हैं न ‘इंसान अपनी गलतियों से सीखता है’ ऐसा ही कुछ अमिताभ बच्चन के जीवन में भी हुआ हैं.एक के बाद एक फ्लॉप फिल्में करने के बाद वह रुके नही बल्कि अपनी गलतियों से ही अमिताभ बच्चन ने बहुत कुछ सीखा. नतीजा आपके सामने है, वह आज सिर्फ फिल्म जगत के ही नहीं, आज पुरी दुनिया अमिताभ को बिग बी के नाम से जानता हैं.
बूम
अमिताभ की इस फिल्म के बारे में बहुत कम लोग जानते होगें. 2003 में आई इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, जैकी श्रौफ़, गुलशन ग्रोवर, बोमन ईरानी और कटरीना कैफ जैसे बड़े सितारे शुमार थे, फिर भी यह फिल्म पर्दे पर बुरी तरह से फ्लॉप रही. फिल्म की कहानी तीन महिला मॉडलों पर आधारित थी, जोकि किसी तरह अंडरवर्ल्ड के कामों में फंस जाती हैं. अमिताभ बच्चन ने इस फिल्म में ‘बड़े मिया’ नाम के एक गैंगस्टर का किरदार निभाया था.
सात हिन्दुस्तानी
अमिताभ की पहली फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ ही हैं फिल्म की कहानी कुछ इस प्रकार थी कि गोवा के लोगों को पुर्तगालियों के प्रवासीय शासन से छुटकारा दिलाने का जिम्मा ‘सात हिन्दुस्तानी’ अपने सिर पर उठा लेते हैं. इसमें अमिताभ बच्चन अनवर अली नाम के एक मुस्लिम कवि के रूप में नजर आते हैं. फिल्म की कहानी इतनी मजबूत नहीं थी जो दर्शकों बांध पाती, नतीजन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धड़ाम हो गई.
मृत्युदाता
कहा जाता है कि अमिताभ बच्चन ने 1992 में ही फिल्मों से संन्यास लेने का फैसला ले लिया था, क्योंकि कुछ समय से उनकी फिल्मों का पहले जैसा कारोबार नहीं हो रहा था. ऐसे में 1997 में आई फिल्म ‘मृत्युदाता’ उनकी कम बैक फिल्म मानी जा रही थी. यह वही फिल्म थी, जिसे अमिताभ ने खुद की कंपनी द्वारा बनाया था. पांच साल बाद जब यह फिल्म सिनेमाघरों में उतरी तो अमिताभ के साथ-साथ दर्शकों को बड़ा झटका लगा, क्योंकि यह फिल्म नहीं चली थी. इस फिल्म में अमिताभ एक डॉक्टर का किरदार निभाते हुए देखे गए थे.
अकायला
रमेश सिप्पी और अमिताभ बच्चन की जोड़ी इस फिल्म के बनने से पहले शोले, शान और शक्ति जैसी तीन बड़ी हिट दे चुकी थी, और लगातर हिट होने का रिकॉर्ड यह फिल्म के आने से रुक गया. इस फिल्म में अमिताभ एक पुलिस इंस्पेक्टर का किरदार निभा रहे थे. सबको लगा था कि यह फिल्म में भी हिट रहेगी पर उन्हें ऐसा नहीं हुआ. फिल्म बहुत बुरी तरह पीटी.
इन्द्राजीत
अमिताभ बच्चन, जया प्रदा, कादर खान, कुमार गौरव, नीलम कोठारी जैसे बड़े अभिनेताओं के होने के बाद भी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर पाई. अमिताभ इस फिल्म में एक सच्चे पुलिस वाले की भूमिका में थे, जिसे अपनी सच्चाई के कारण काफी कष्ट झेलने पड़ते हैं, लेकिन वह अपनी ईमानदारी किसी कीमत पर भी छोड़ने के लिए तैयार नहीं होते हैं.
इंसानियत
अमिताभ की इस फिल्म की किस्मत कुछ ख़ास नहीं रही थी. सनी देओल, रवीना टंडन, अनुपन खेर, जया पर्दा और चंकी पण्डे जैसे अभिनेताओं से भरी इस फिल्म के बनने की शुरुआत 1989 में हुई थी, लेकीन कुछ कारणों से यह 1994 में रिलीज हो पाई. देर से रिलीज होने का खामियाजा फिल्म को चुकाना पड़ा. दर्शकों ने इस फिल्म को पसंद नही किया.
अक्स
अमिताभ बच्चन जैसे अभिनेता और राकेश ओम प्रकाश मेहरा जैसे निर्देशक वाली यह फिल्म बॉक्स ऑफिस की रणभूमि पर ज्यादा देर टिक नहीं पाई. 2001 में बनी यह हिंदी थ्रिलर फिल्म थी. इसमें एक आत्मा अमिताभ के शरीर में घुस कर उससे वह सारे काम करवाती है, जो वह जीते जी नहीं कर पाया.
हम किसी से कम नहीं
संजय दत, अजय देवगन, परेश रावल जैसे बड़े सितारों से सजी इस हास्य फिल्म ने फिल्म निर्माता डेविड धवन को खूब रुलाया. इतनी बड़ी स्टार कास्ट के बाद डेविड को उम्मीद थी कि वह फिल्म नई ऊंचाइयां छूएगी, पर रिलीज के बाद तो उनके पैरों तले से जमीन निकल गयी. बच्चन साहब की यह फिल्म भी फ्लॉप रही.
अरमान
21 साल बाद अमिताभ बच्चन और अनिल कपूर एक बार इस फिल्म में एक साथ नज़र आये तो चर्चा तेज हो गई कि यह फिल्म हिट रहेगी पर ऐसा हुआ नहीं, यह फिल्म इस तरह से पर्दे से गिरी की किसी को यकीन नहीं हो रहा था. असल में इससे पहले जब अमिताभ और अनिल साहब की जोड़ी फिल्म ‘शक्ति’ में दिखी थी, तो खूब चली थी. सभी ने इसे सराहा था.
दीवार (2004)
पाकिस्तान में फंसे कुछ हिन्दुस्तानी सैनिकों को छुड़ाने पर आधारित थी. सबको लगा था किह फिल्म धूम मचा देगी पर ऐसा हुआ नहीं. अमिताभ के किरदार और फिल्म से ज्यादा इसमें केके मेनन की तारीफ की गयी. वह बात और है कि केके मेनन भी इस फिल्म को नही बचा सके.
क्यों हो गया ना
एक विदेशी फिल्म पर आधारित 2004 में आयी यह रोमांटिक फिल्म वैसा काम नहीं कर पाई जैसा कि इससे उम्मीद की गयी थी. बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने इसके निर्माता बोनी कपूर को बहुत ज्यादा ही नाराज किया. अमिताभ इस फिल्म