संघीय अमेरिकी कानून में नाबालिग लड़कियों का खतना करना अपराध की श्रेणी में आता है। अमेरिका में फखरुद्दीन अत्तार और उसकी पत्नी फरीदा अत्तार को अपने मेडिकल क्लिनिक में नाबालिग लड़कियों के खतने की साजिश रचने का आरोप तय सुनाया गया है। फखरुद्दीन और उनकी पत्नी फरीदा, दोनों मिशिगन के रहने वाले हैं। अमेरिका की …
संघीय अमेरिकी कानून में नाबालिग लड़कियों का खतना करना अपराध की श्रेणी में आता है। अमेरिका में फखरुद्दीन अत्तार और उसकी पत्नी फरीदा अत्तार को अपने मेडिकल क्लिनिक में नाबालिग लड़कियों के खतने की साजिश रचने का आरोप तय सुनाया गया है। फखरुद्दीन और उनकी पत्नी फरीदा, दोनों मिशिगन के रहने वाले हैं।
अमेरिका की एक ग्रैंड जूरी ने एक भारतवंशी डॉक्टर और उनकी पत्नी को दो नाबालिग लड़कियों का खतना कराने के लिए दोषी करार दिया है। अमेरिका में यह अपनी तरह का पहला मामला है। भारतीय मूल की एक अन्य महिला डॉक्टर को भी दोषी करार दिया गया है। अगर ये लोग समझौता नहीं करते हैं तो दोनों डॉक्टरों और एक डॉक्टर की पत्नी को अब ट्रायल का सामना करना पड़ेगा।
फखरुद्दीन अत्तार (53) और उनकी पत्नी फरीदा अत्तार (50) पर लिवोनिया स्थित फखरुद्दीन अत्तार के मेडिकल क्लिनिक में नाबालिग लड़कियों के खतने की साजिश रचने का आरोप तय हुआ है। फखरुद्दीन और उनकी पत्नी फरीदा, दोनों मिशिगन के रहने वाले हैं। उनलोगों को 21 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। उन पर मिशिगन की भारतीय मूल की डॉक्टर जुमाना नगरवाला को नाबालिग लड़कियों का खतना करने में मदद करने का आरोप भी तय हुआ है।
ऑनलाइन फिजिशियन डाइरेक्टरी के अनुसार फखरुद्दीन ने वर्ष 1988 में गुजरात के बडोदा मेडिकल कॉलेज से स्नातक की डिग्री ली थी। आरोपों में कहा गया है कि नगरवाला मिशिगन स्थित बुरहानी मेडिकल क्लिनिक (बीएमसी) में नाबालिग लडकियों का खतना करती थीं। इस क्लिनिक का मालिक और संचालक फखरुद्दीन था। फखरुद्दीन की पत्नी बीएमसी में प्रबंधक अधिकारी थी।