संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यरुशलम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर मान्यता दे कर ‘साहसिक’ और ‘ऐतिहासिक’ कदम उठाया है। ट्रंप ने यरुशलम पर दशकों की अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय नीति को पलटते हुए कल इसे इस्राइल की राजधानी का दर्जा देने की घोषणा की। अरब जगत के अनेक नेताओं ने पहले से ही अशांत चल रहे पश्चिम एशिया में ट्रंप की इस अहम घोषणा के बाद स्थिति और खराब होने की चेतावनी दी है।
भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक निक्की हेली ने कल कहा कि राष्ट्रपति ने बेहद साहसिक और ऐतिहासिक कदम उठाया है जिसका लंबे समय से इंतजार था। विश्व भर में सभी देशों की राजधानी में अमेरिका का दूतावास है। अब इस्राइल भी इससे अलग नहीं है। यह एकदम न्यायपूर्ण और सही कदम है। निक्की ने दोहराया कि ट्रंप प्रशासन इस्राइल और फलस्तीन के बीच शांति के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसी के साथ ही यह वह काम करेगा जो वह प्रत्येक देश में करता है और राजधानी में दूतावास स्थापित करता है।
निक्की ने फॉक्स न्यूज से कहा कि जो हर व्यक्ति कह रहा हो उसे करने से साहस नहीं आता। साहस उसे करने से आता है जिससे आप सही समझते हों। यही सही तरीका है, और जो राष्ट्रपति कर रहे हैं वह उनके नेतृत्व को दर्शता है। निक्की ने कहा कि अनेक वरिष्ठ सांसदों ने ट्रंप के निर्णय को ‘उकसावे वाला’ और ‘प्रतिकूल’ करार दिया है। एक संयुक्त बयान में कांग्रेस के डेविड प्राइस, पीटर वेल्श, जॉन यार्मथ, बरबरा ली और अर्ल ब्लूमेनर ने कहा कि ट्रंप ने जो घोषणा की है उससे अमेरिका के लंबे समय से चले आ रहे रूख और अंतरराष्ट्रीय राजनयिक रूख के लिए उनके ‘‘पूर्णत: असम्मान’’ का पता चलता है।