राजभवन को यह भी बताया गया है कि सरकार की ओर से 18 अक्टूबर को अयोध्या में दीवाली भी मनायी जाएगी. इस कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे एल्फोंस और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा भी मौजूद रहेंगे.
नई दिल्ली: यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान राम एक बड़ी प्रतिमा लगाने की योजना बना रही है. यह सरकार के ‘नव्य अयोध्या’ प्लान का हिस्सा है. यूपी सरकार ने सरकार ने राज्यपाल राम नाइक को इसका प्रस्ताव भेज दिया है. सरकार ने राज्यपाल को बताया कि ये धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की मुहिम है.
100 मीटर हो सकती है प्रतिमा की ऊंचाई
सरकार की ओर से राजभवन में दिए प्रजेंटेशन में इस प्रतिमा की ऊंचाई 100 मीटर बतायी गयी है. हालांकि सरकार के ही कुछ अधिकारियों का कहना है कि ऊंचाई को लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है. राजभवन से जारी प्रेस रिलीज़ के मुताबिक राजभवन यह प्रजेंटेशन पर्यटन विभाग के मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने दी.
क्लियरेंस के लिए एनजीटी को भेजा जाएगा प्रस्ताव
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल से क्लियरेंस मिलने के बाद सरकार की योजना इस प्रतिमा को सरयूघाट पर बनाने की है. जानकारी के मुताबिक ये अभी सिर्फ प्रस्ताव है, अभी ग्रीन ट्रिब्यूनल के पास क्लियरेंस के लिए कोई पत्र नहीं भेजा गया है.
राम कथा गैलरी भी बनाएगी सरकार
इसके साथ ही अयोध्या में सरयू नदी के किनारे राम कथा गैलरी बनाने की भी योजना है. इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र को विस्तृत रिपोर्ट भेजी थी. इस रिपोर्ट में 195.89 करोड़ रुपये का खर्च बताया गया था. केंद्र की ओर से राज्य को 133.70 करोड़ रुपये दिए गए हैं.
18 अक्टूबर को अयोध्या में दीवाली मनाएगी सरकार
राजभवन को यह भी बताया गया है कि सरकार की ओर से 18 अक्टूबर को अयोध्या में दीवाली भी मनायी जाएगी. इस कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे एल्फोंस और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा भी मौजूद रहेंगे.
सरयू के किनारे जलेंगे 1.71 लाख दीपक
18 अक्टूबर को अयोध्या में सरयू के किनारे दीपोत्सव की भी योजना है. इसमें राम की पौड़ी पर 1.7 लाख दीपक जलाएंगे. आपको बता दें कि यह जगह विवादित भूमि से महज दो किलोमीटर दूर है. इसके साथ ही भगवान राम के अयोध्या वापसी के रूम में एक शोभायात्रा भी निकाली जाएगी. भगवान राम का प्रतीक के तौर पर ‘राज्याभिषेक’ भी किया जाएगा.