इलाहाबाद. शहर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद पर अलविदा (आखरी जुमा) की नमाज़ में हजारों लोग नमाज़ अदा करते हैं । इतनी बड़ी संख्या में नमाज़ी होने के कारण एक तिहाई लोगों को सड़कों पर ही 30 मिनट की नमाज़ पढ़ना पड़ता है।
मस्जिद कमेटी के मेम्बर और स्थानीय नागरिक के सहयोग से गर्मी में रोजेदारों की सहूलियत के लिये टेंट लगता चला आया है। नमाज़ खत्म होने के फौरन बाद टेंट को निकलवा भी दिया जाता है। वहीं बीती रात करीब 11 बजे जब मस्जिद कमेटी के लोग टेंट लगवा रहे थे। उस वक़्त शहर के SP सिटी ने टेंट लगाने से मना कर दिया। एसपी सिटी ने ये कहा कि सड़क पर टेंट नहीं लगने दिया जाएगा। मामला तूल पकड़ा तो पुलिस प्रशासन का ये फरमान शहर में आग की तरह फैल चुकी थी लोग अपने घरों से निकलकर SP सिटी ऑफिस पहुंच चुके थे।
इस बीच एसपी सिटी जा चुके थे और वहां सीओ प्रथम आ गए थे। उन्होंने थोड़ा हिस्से में टेंट लगाने की छूट दी। लेकिन कमेटी के लोगों का कहना था ऐसे में नमाजी खुद के साथ भेदभाव महसूस करेंगे। जिसके बाद सीओ के साथ इसे लेकर लोगों का मस्जिद कमेटी के मेम्बरों से तीखी नोकझोक भी की। रात करीब 2 बजे तक कोतवाली थाने में सैकड़ो मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ जमा हो गयी। अंत मे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने धूप में ही खड़े हो कर नमाज पढ़ने का निर्णय किया। साथ ही शहवासियों को जामा मस्जिद में ज्यादा से ज्यादा लोगों के नमाज पढ़ने के लिए अपील की।