तस्वीरे ये गवाही देने के लिए काफी हैं कि किस तरह ठाकुर गंज हरदोई रोड सुबह से शाम तक जाम से जूझता रहता है।यहां एक बार पूर्व डीएम साहब का काफिला भी घण्टो फसा रहा जिस खबर ने खूब सुर्खी भी बटोरी थी पर ना जाने विभागीय कार्रवाई उन लोगो पर कब होगी जो जाम को दावत देने का काम करते हैं।
ठाकुर गंज चौराहे से हरदोई रोड की तरफ जाना हो या वहां से वापसी करना हो ये दोनों ही काम उस वक़्त इतना कठिन हो जाता है जब हमारा आपका वाहन यहां के जाम की भेंट चढ़ जाता है।सड़को का तो हाल ये है कि आधी सड़क उन वाहनों से पटी रहती है जो सड़क किनारे ही अवैध रूप से अपना कारोबार करने में मस्त रहते हैं।
ऐसा नही है कि विभाग को इस बात की कोई जानकारी नही है और ऐसा भी नही है कि कोई कार्यवाही नही की जाती है,लेकिन जो भी होता है वो ताकतवर लोगों की सेटिंग की भेंट चढ़कर महज़ खानापूर्ति का रूप धारण कर लेता है।कई बार अतिक्रमण हटाने का नगर निगम द्वारा प्रयास किया गया सड़क किनारे खड़ी बेतरतीब गाड़ियों को भी सही ढंग से रखने की हिदायत दी गई पर बिना ठोस कारवाही के सब प्रयास बेमानी ही साबित हुए जिसका खामियाजा उन मासूमो को भुगतना पड़ता है जो इसी रास्ते घर से स्कूल और स्कूल से घर तक का सफर तय करते हैं।
स्कूली बच्चे जाम में फसे इतने मायूस से दिखाई पड़ते है कि पूछिये मत उनका आधे घण्टे का सफर जाम की भेंट चढ़कर 2 घण्टे का लंबा सफर बन जाता है जिससे उनकी दिनचर्या भी प्रभावित हो जाती है यही बात बच्चो को मायूस कर देती है।
पक्की दुकान वाले अपनी दुकान के सामने फल सब्ज़ी का ठेला लगवा कर उनसे पैसा कमाने में लगे रहते है ये सोच कर जैसे आगे की ज़मीन के वो खुद ही मालिक हो और तो और यहां वर्दी धारी भी अपनी रोजमर्रा की चीज़ें ऐसे ही ले जाते हैं पैसा मांगने पर ही ठेला हटाने की धमकी दे जाते हैं।
इस तरह धमकाने और पैसा वसूल योजना से हरदोई रोड अब त्रस्त हो चुका है यहां जाम से लोग त्राहिमाम करने लगे हैं मगर अफसोस ये है कि विभाग और हमारी सरकार तक ये बात पहुंच नही रही।हम उम्मीद करते हैं कि हमारी खबर के बाद ठाकुर गंज हरदोई रोड पर हो रही अवैध गतिविधि पर नकेल लगेगी जिससे लोगों को जाम से निजात ज़रूर मिल जाएगा।