लखनऊ,दीपक ठाकुर। 10वे आईपीएल का आगाज़ होते वक़्त हो चुका है पर किसी को भी ये अंदाज़ा नही था कि जिस टीम में क्रिस गेल,विराट कोहली और ए बी डिविलियर्स जैसे महान खिलाड़ी होंगे उस टीम को अंतिम चार में भी जगह नही मिलेगी पर ऐसा हुआ है इस बार आरसीबी को अंतिम चार में जगह बनाने के लिए किसी करिश्मे की ज़रूरत है जो दूर दूर तक होता नही दिखाई दे रहा क्योंकि आंकड़ों पर नज़र डालें तो आरसीबी अपने 12 मैचों में 9 बार हारी और सिर्फ 2 बार ही जीत दर्ज कर पाई है और यही वजह है कि अंकतालिका में वो आठवें नंबर पर है जहां से ऊपर जाने का सवाल ही नही पैदा होता।
अब आते है इस बात पर की आखिर इतने धुरंधरों पर करोङो खर्चा करने वाली आरसीबी इस बार सिसड्डी क्यों रही जैसा कि सूत्रों से पता चलता है कि आरसीबी के मालिक इस बार विजय माल्या नही हैं क्योंकि वो भारत से फरारी काट रहे है पर आईपीएल 9 तक जब वो टीम का हिस्सा रहे तो हर मैच में दिखाई देते थे और उनके भाव हार और जीत पर अलग अलग रूप में सामने आते थे पर इस बार उनके बेटे सिद्धार्थ माल्या की सहभागिता टीम के साथ बनी हुई है जैसा कि सूत्रों से पता चला है पर आईपीएल में सट्टेबाजी का क्या माहौल रहता है ये बात भी किसी से छिपी नही है और यही वजह उस वक़्त विजय माल्या के चहरे से झलकती भी थी जब उनका दांव उल्टा हो जाता था।
सट्टेबाजी का आईपीएल से ऐसा कनेक्शन है कि इसमें लाखो का या यूं कहें कि करोङो का दांव हर मैच में लगता है वो भी ईमानदारी के साथ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसमें एक चेन के जरिये सब काम फिक्स होता है उनकी भाषा वही समझ सकते हैं हम आप सुन कर भी अंदाज़ा नही लगा सकते कि बन्दा क्या कह गया और क्या बात कर रहा है पर हर बॉल पर क्या होने वाला है ये टेलिविज़न के लाइव प्रसारण से पहले वो जान जाता है जो सट्टेबाजी की चेन की एक कड़ी होता है।
आरसीबी सबकी फेवरेट टीम में से एक थी जिस पर भाव कम मिलता था क्योंकि इसके जीतने के चांसेज ज़्यादा होते थे पर नतीजा हार के रूप में आता था उससे होता ये था कि जीत पर पैसा लगाने वाला हार पर लगाने वाले को उसका कई गुना देगा क्योंकि असंभव बात संभव हो गई अब इससे फायदा उनको ही होगा जो जानते थे कि आरसीबी हारेगी।अब माल्या साहब तो भारत को आर्थिक छती दे कर दूसरी जगह शरणार्थी बने हुए हैं पर उनका कारोबार भले वो इसमें डायरेक्ट ना शामिल हों वो प्रशंसकों को निराश कर के भी उनको खूब फायदा पहुंचा रहा होगा।सूत्र से मिली जानकारी को अगर सच माना जाए तो सट्टेबाज़ों का क्रिकेट से कनेक्शन इतना तगड़ा है कि पूछिये मत एक रात में लाखों करोङो के वारे न्यारे रोज़ हो रहे हैं पता सबको है पर कार्यवाही नही होती होगी भी कैसे चेन जो लंबी और घूमी हुई है।