लखनऊ,दीपक ठाकुर।मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह वाकई एक दूसरे के दिल में बसते है ये बात आज तब सामने आई जब नेता जी मुलायम सिंह ने अखिलेश के लिए ये बोल दिया कि जो पिता का ना हुआ वो जनता का क्या होगा।
हालांकि चुनावी दौर में इसी बात को इसी अंदाज़ में सभी विरोधी पार्टियां भी कहती रहती थी और अमर सिंह ने भी भारी मन से इन्ही शब्दों का जिक्र किया था जो आज मैनपुरी में मुलायम सिंह बोल गए अपनी पार्टी की हार और बिखराव पर काफी दिनों तक मौन रुख इख्तियार किये रहने वाले मुलायम सिंह ने ये बयान देकर समाजवादी पार्टी की सियासत में खलबली सी मचा दी है।
हालांकि पहले कयास ये लगाये जा रहे थे कि अखिलेश जो कर रहे है उसमें उनके पिता मुलायम सिंह यादव का अप्रत्यक्ष रूप से पूरा समर्थन है पर आज उन अटकलों को खुद मुलायम सिंह ने विराम लागते हुए अपना दुःख व्यक्त किया और कह गए जो एक पिता बेटे के लिए कभी नहीं बोलना चाहेगा तब तक जब तक उसका दिल ना दुखा हो।
मुलायम सिंह ने कहा कि उन्होंने पिता का जो फ़र्ज़ अदा किया वो शायद ही आज तक किसी पिता ने राजनैतिक स्तर पर किया होगा पर मेरे बेटे ने उसका मान नहीं रखा उन्होंने कहा कि अखिलेश ने मेरे साथ साथ चाचा शिवपाल के साथ भी बुरा बर्ताव किया है मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अखिलेश को बैठाते वक़्त मुलायम सिंह को ये ज़रा भी अंदाजा नहीं होगा की जो कुर्सी वो अपने बेटे को दे रहे हैं वही कुर्सी सारे फसाद की ऐसी जड़ बन जायेगी जिससे पार्टी और परिवार दोनों बिखर जाएंगे।
अब पिता के बयान पर पुत्र क्या सफाई देता है ये देखना तो अभी बाकी है पर मुलायम सिंह ने ये बात कह कर अखिलेश कि छवि को धक्का ज़रूर पहुँचाया है साथ ही विरोधियों को एक ठोस वजह भी दी है।