पत्नी यशोदा बेन से अलग रह रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन तलाक पर दिए गए बयान को लेकर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कहा कि यदि मोदी ने मुसलमानों को परेशान करना नहीं छोड़ा, तो वह इसके खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) जाएंगे और उसके बाद मोदी दुनिया को चेहरा नहीं दिखा पाएंगे। सपा विधायक आजम खां ने कहा, “मोदी जी मुसलमानों को परेशान न करें, वरना मुसलमानों को सोचना पड़ेगा कि उन्हें कहां जाना है। यदि हम संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) में चले गए तो मोदी जी दुनिया को मुंह नहीं दिखा सकेंगे। उन्हें पूरी दुनिया के सामने बेइज्जत होना पड़ेगा।” टांडा में हुई जनसभा में तीन तलाक पर बयान को लेकर मोदी पर निशाना साधते हुए आजम ने कहा, “जो व्यक्ति सात फेरे लेने के बाद भी अपना पति धर्म न निभा सका, वह दूसरों की पत्नी का क्या ख्याल रखेगा। मोदी जी पहले अपनी पत्नी को तो हक दें।” उन्होंने कहा कि तीन तलाक के मामले में सिर्फ शरीयत का कानून ही माना जाएगा। मुस्लिम महिलाओं द्वारा तीन तलाक का विरोध किए जाने पर आजम ने कहा, “बीजेपी का अजब तमाशा है, नकली मुस्लिम महिलाओं को बुरका पहनाकर तीन तलाक के विरोध में लाकर खड़ा कर दिया जाता है। हिंदुओं और मुस्लिमों लड़ाने वाले ये लोग मुस्लिमों को भी आपस में लड़ाना चाहते हैं।”
आजम खान लगातार बीजेपी और उसके नेताओं पर हमलावर रहते हैं। हाल ही में उन्होंने तीन तलाक पर विवादित बयान दिया था। 19 अप्रैल को आजम ने अपने बयान में कहा कि तीन तलाक पर बैन लगाए जाने से पहले सती प्रथा को पुन:स्थापित करना चाहिए। एएनआई से बातचीत में सपा नेता ने कहा कि ”योगी आदित्य नाथ को ट्रिपल तलाक पर बैन लगाने से किसने रोका है? लेकिन पहले मुझे यह बताए किस मुसलमान ने सती प्रथा का विरोध किया? सती प्रथा हिंदू संस्कृति का हिस्सा है। पहले उसे लागू करें। सती प्रथा में किसी पुरुष (पति) के मरने के बाद विधवा हुई पत्नी उसके अंतिम संस्कार के दौरान जलती हुआ चिता पर बैठ जाती थी और आत्मदाह कर लेती थी। बाद में इस प्रथा को समाप्त कर दिया गया।”