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Thursday, December 5, 2024

​आज आ रहा है गूगल का डिजिटल पेमेंट एप ‘Tez’, वित्त मंत्री अरुण जेटली करेंगे लॉन्च


इस चैनल से पैसा ट्रांसफर करने के लिए बैंक एकाउंट नंबर, आइएफएस कोड या एमएमआइडी की जरूरत नहीं होती है..

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली सोमवार यानी आज 18 सितंबर को गूगल का यूपीआई बेस्ड डिजिटल भुगतान सेवा एप ‘तेज’ लॉन्च करने जा रहे हैं. इसके बाद डिजिटल भुगतान इकोसिस्टम क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी.
वित्त मंत्रालय ने इसकी पुष्टि करते हुए शनिवार को ट्वीट कर बताया, ” वित्त मंत्री अरुण जेटली सोमवार (18 सितंबर) को गूगल डिजिटल भुगतान एप को लॉन्च करेंगे.” भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल भुगतान इकोसिस्टम में गूगल के प्रवेश करने की खबर मीडिया को गुरुवार को मिली, जिसके बाद गूगल इंडिया ने 18 सितंबर को नई दिल्ली में मीडिया को एक समारोह के लिए आमंत्रित किया.

आमंत्रण के मुताबिक़, “जैसा कि हमलोग लगातार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि हमारे प्रोडक्ट सभी की जरूरतों को पूरा करने में सहायक हो, हम नए प्रोडक्ट की लॉन्च पर इसकी पूरी जानकारी देने के लिए आपको आमंत्रित करते हैं, जोकि भारत के लिए तैयार किया गया है. ‘तेज’ एंड्राइड पे की तरह ही काम करेगा.”
जानिए तेज App से जुड़ी अहम बातें

* तेज पेटीएम की तरह का मोबाइल वॉलेट नहीं है, जहां आप पैसे ऐप में स्टोर कर सकते हैं. यह ऐपल या पश्चिमी देशों में उपयोग होने वाले वॉलेट की तरह है, जिसमें आपका बैंक एकाउंट फोन से लिंक होता है. यह फोन के जरिये बैंक एकाउंट से भुगतान करने की सुविधा देता है.

* इस ऐप को एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सहित वे सारे बैंक सपोर्ट करेंगे, जो यूपीआई को सपोर्ट करते हैं.

* ऑनलाइन पेमेंट पार्टनर्स में डोमिनोस जैसी बड़ी फूड चेन, रेडबस और जेट एयरवेज जैसी परिवहन सेवाएं शामिल हैं.

* भारतीय बाजार के कई हिस्सों को कवर करने के लिए ऐप अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, तमिल और तेलुगु भाषा में उपलब्ध होगा.

* इस ऐप के जरिये रोजाना एक लाख रुपए और दिन में 20 ट्रांसफर करने की सीमा तय है.

यह है यूपीआई

यूपीआई एक पेमेंट सिस्टम है, जिसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने लॉन्च किया था. इसे रिजर्व बैंक नियंत्रित करता है. यूपीआई सिस्टम से मोबाइल प्लेटफॉर्म पर दो बैंक खातों के बीच तत्काल पैसे की लेन-देन की सुविधा देता है.

भारत के बढ़ते डिजिटल भुगतान प्रणाली में वाट्सएप भी अपना पांव पसारने की तैयारी कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मेसैजिंग एप की पहले से ही एनपीसीआई के साथ बात चल रही है और कुछ बैंक यूपीआई के माध्यम से वित्तीय ट्रांजेक्शन की सहायता पहुंचाने के लिए भी तैयार हैं. डब्ल्यूएबेटाइंफो ब्लॉग वेबसाइट के अनुसार, “वाट्सएप यूपीआई प्रणाली का इस्तेमाल कर बैंक से बैंक ट्रांसफर योजना को अंतिम रूप दे रहा है.” कुछ मोबाइल मैसेजिंग एप जैसे ‘वी चैट’ और ‘हाईक मैसेंजर’ पहले से ही यूपीआई आधारित भुगतान सेवा को सपोर्ट करते हैं.

भारत में डिजिटल पेमेंट्स का इंफ्रास्ट्रक्चर 2017 के आखिर तक तीन गुना बढ़ने की उम्मीद है. मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी का कहना है कि इस साल के आखिर तक करीब 50 लाख इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल मशीन हो जाएंगी.

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