सीतापुर,अनूप पाण्डेय /गुड्डू त्रिपाठी:NOIसीतापुर जिले में स्वास्थ विभाग के अधिकारियों का नया घोटाला सामने आया है। यहां, अफसरों ने आशा बहू की साड़ियों के और जननी सुरक्षा योजना के पैसों में ही जमकर बंदरबांट कर डाला।
दरअसल, जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के बाद 1400 सौ रूपये मिलते है मगर गोंदलामऊ लाभार्थी महिलाओ की दो ,दो बच्चो की डिलवरी होने के बाउजूद 3 वर्षो से जननीसुरक्षा के रुपयो को बन्दर बाट कर डाला ।
जब न्यूज़ वन इंडिया की टीम ने ब्लाक गोदलामऊ सीतापुर , सीएचसी की पड़ताल किया तो चौका देने वाला मामला सामने आया । अस्पताल की करीब 32 आशाओ द्वारा बताया गया की उन्हें विगत वर्ष 2014 से ना तो अधीक्षक द्वारा कोई साडी दी गई और ना ही कोई पैसा उनके खाते में आया साथ ही आशाओ द्वारा यह भी बताया गया की गोदलामऊ अधीक्षक द्वारा लाभार्थियों से 350 रूपये पहले मागे जाते है फिर उनके खाते में 1400 रुपया दिया जाता है । साथ ही उन्होंने यह भी बताया की अधीक्षक द्वारा जननी सुरक्षा का उनका भी रूपया पिछले दो वर्षो से नही दिया गया जब आशा बहू पैसा सी. एच .सी अधीक्षक से मांगा जाता है तो उक्क्त अधीक्षक द्वारा हमे गालिया दी जाती है। और साथ ही कहा जाता है की नौकरी से निकाल देगें जो करना हो करलो क्यों की हम पैसा सीऍमओ को 50 हजार प्रति माह देते है।
जब इन प्रकरण में सीएमओ से बात की गई तो सीएमओ ने तत्काल गोंदलामऊ सीएचसी अधीक्षक पर कार्यवाही करने को कहा है
सरकारी अस्पताल तक लाने और उन्हें घर छोड़ने तक की जिम्मेदारी निभाने वाली आशा बहू के लिए केंद्र सरकार ने एक योजना चला रखी है। जिसके तहत इन आशा बहुओं को 450 रुपये मूल्य तक की एक साड़ी दी जाती है।
आशा बहुओं के खातों में जाने थे पैसे
उन आशाओं के लिए 450 रुपये प्रति आशा के हिसाब 240 आशाओ का पैसा को अधीक्षक ने आपस में बन्दर बाट कर डाला।