लखनऊ,दीपक ठाकुर।प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश चुनाव में प्रदेश सरकार को कई मुद्दों पर घेरा जिसका जवाब भी अखिलेश ने बखूबी दिया पर बिजली का जो मुद्दा पी एम साहब ने उठाया उस पर उनकी बात में उस वक़्त बल मिल गया जब काशी में बिजली गुल हो गई।
काशी में जो हुआ उससे अखिलेश सरकार पर मोदी जी को बोलने का एक और मौका मिल गया इसी मुद्दे पर जो गंगा मैया की कसम खाने की बात की गई थी उससे भी उन्हें निजात मिल गई और उन्होंने कह दिया कि जिस तरह अखिलेश के काशी आगमन पर जो लाइट की व्यवस्था दिखी है उससे उन्हें कसम खाने की ज़रूरत नहीं है भगवान् ने स्वयं बता दिया यूपी में बिजली का हाल क्या है।
अब इस वाक्ये से यूपी सरकार पर इस तरह का तंज कसना सियासत के लिए तो ठीक है पर सच्चाई से इसका कोई लेना देना नहीं है ऐसा इसलिये कह सकते हैं क्योंकि बिजली की यूपी में क्या स्थिति है ये यूपी वाले बेहतर जानते हैं इसमें भगवान का कोई रोल नहीं होता बल्कि इंसान ही इसमें अहम् भूमिका निभाते है अब अखिलेश के साथ काशी में जो हुआ उस पर उनके विरोधी तो भगवान् की मर्ज़ी कहने से बाज नहीं आएंगे पर बिजली की आवाजाही को चुनाव में अहम् मुद्दा बनाकर उस पर राजनीति करना वो भी पीएम के मुख से ये दर्शाने के लिये काफी है कि उत्तर प्रदेश राजनैतिक दृष्टिकोण से कितना अहम् है।
अब काशी ने मोदी जी को कसम खाने से तो बचा लिया पर क्या वहां की जनता इस मुद्दे पर उनकी बात को तवज्जो देगी या नहीं ये देखने वाली बात होगी और इस पर अखिलेश का क्या जवाब आता है ये भी देखना दिलचस्प रहेगा हो सकता है अखिलेश भी इस पर पीएम साहब को कोई हास्यादस्पद जवाब दें और कहें कि टेक्निकल फाल्ट को भगवान् का इशारा ना समझना गोद लिए बेटे पर नहीं यूपी के लड़के पर ही भरोसा करना। आजकल तो भैया यही सब बोल के चुनाव लड़ा जा रहा है जिसमे जनता को बड़ा मजा आ रहा है।