लखनऊ, दीपक ठाकुर। इलाहाबाद के थाना नवाबगंज करनई में 24 अप्रैल 2017 की रात्रि लगभग 1 बजे सामूहिक बलात्कार और निर्मम हत्या की जो वारदात हुई थी उसकी निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर आज प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साहू राठौर चेतना महासभा द्वारा विशाल धरना आयोजित किया गया।
महासभा ने गुरुवार की सुबह 27 अप्रैल 2017 को हज़रतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर सुबह धरना के माध्यम से शासन प्रशासन को घटना की जांच और परिवार को उचित मुआवजे की मांग रखी। मीडिया प्रभारी दिलीप साहू ने कहा कि इलाहाबाद में जो अमानवीय कृत्य हुआ है उसकी सीबीआई द्वारा जांच कराई जानी चाहिए उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को क्षतिपूर्ति के तौर पर उचित धनराशि के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नोकरी भी देनी चाहिए ताकि परिवार आर्थिक और मानसिक रूप से खुद को मजबूती प्रदान कर सके।उन्होंने ये भी बताया कि घटना को लेकर साहू समाज काफी आक्रोशित है और इस ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री जी को अवगत कराता है कि उनकी बातों पर अमल नही हुआ तो ये धरना बड़े आंदोलन में तब्दील होगा जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नही मिल जाता।
ज्ञापन में एक मांग ये भी रखी गई है कि पीड़ित परिवार में बचे दो लोगों को शस्त्र लाइसेंस के साथ सुरक्षा भी दी जाए क्योंकि घटना के बाद से ये काफी सहमे हुए और खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
साहू राठौर चेतना महासभा ने acm महोदय को ज्ञापन सौपने के बाद अपना धरना समाप्त किया और ये उम्मीद जताई कि सरकार उन्हें निराश नही करेगी।धरने में राम जी साहू और अध्यक्ष अमृत लाल साहू भी मौजूद थे।