लख़नऊ, दीपक ठाकुर। लालू यादव पर सीबीआई की नकेल कसता देख ये लगने लगा था कि बिहार की राजनीती में भूचाल आने वाला है क्योंकि पिता के साथ पुत्र को भी सीबीआई ने दोषी बनाया था।जिसके बाद से लालू के पुत्र और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से विपक्ष इस्तीफे की माग जोर शोर से कर रहा था वही तेजस्वी यादव बिना कुछ बोले अपने दायित्व का निर्वाहन करते जा रहे थे।
वही भाजपा बिना मांगे नीतीश सरकार को समर्थन देने को आतुर नज़र आने लगी थी पर आज बिहार में चल रही महागठबंधन की सरकार का संकट उस वक़्त खत्म होता दिखाई दिया जब तेजस्वी यादव ने मीडिया के सामने अपना मुह खोला और ऐसा दहाड़े की सभी सुनने को मजबूर नज़र आये वो इसलिए भी क्योंकि तेजस्वी की कुछ बातें गौर करने लायक लग रही थी।
तेजस्वी ने कहा कि सीबीआई ने मुझपर जो आरोप लगाए हैं और जिस वक्त के घोटाले की बात वो कर रही है उस वक़्त यानी 2002 को वो महज 14 या 15 साल के होंगे और इतनी छोटी उम्र में वो घोटाला कैसे कर सकते हैं यहां उन्होंने अपने पिता लालू यादव के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि भाजपा को महागठबंधन से खतरा नज़र आ रहा है इसलिए वो इसे तोड़ने की साजिश में उनकी पार्टी और परिवार को झूठे आरोपों के तहत फसाने का काम कर रही है उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि वो भाजपा को सिर्फ बिहार से ही नही पूरे भारत की राजनीती से उखाड़ फेंकेंगे।
तेजस्वी यादव गुस्से में जो भी बोल गए वो सब वही बातें थी जो उनके पिता लालू यादव अक्सर बोला करते हैं पर यहां एक बात साफ हो गई कि तेजस्वी अब वाकई बड़े हो गए हैं और दाढ़ी मूछ भी रखने लगे हैं इसलिए उनको ये समझना चाहिए कि सीबीआई ने अगर उनको दोषी बनाया है तो कहीं ना कहीं कोई पुख्ता जानकारी तो होगी ही सीबीआई के पास और दूसरी बात आपके पिता जी इतनी भी साफ छवि के नही जितना आपको लगता है क्योंकि अगर ऐसा ही होता तो चारा घोटाला बेनामी सम्पत्ति जैसे आरोपों का साया उनपर ना मंडराता और तीसरी और सबसे पुख्ता बात वो ये है कि अभी सोशल मीडिया पर आपके परिवार की लगभग 30 साल पुरानी तस्वीर घूम रही है जिसमे आपका परिवार कामेंन परिवार है जो अब वीआईपी से भी ज़्यादा हो गया तो ये सब ईमानदारी से तो हुआ होगा इसकी कम ही उम्मीद है फिर जब आपके पिता जी परिवार को कहां से कहां ले आये तो हो सकता है आपकी छोटी उम्र में भी वो आपको कई जगह अपने साथ ले गए हों।
खैर आपने अपना पक्ष रखा वो भी मज़बूती के साथ रखा ये अच्छी बात है पर सीबीआई तो आपकी दलील पर काम करने से रही वो तो सबूत के आधार पर ही केस हैंडिल करेगी अब दुआ कीजिये कि सुबूत भी आपकी ही भाषा बोलें नही तो पिता जी की तरह आपका भी चुनाव लड़ना सपना बनने में देर नही लगेगी।