एक साल पहले जिस नोटबंदी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने यह दावा किया था कि इसे भ्रष्टाचार खत्म होगा। अंतकवाद पर लगाम लगेगी और कालाधन राजकोष में वापस आएगा। लेकिन यह सब बातें रिर्जव बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के बाद अब खोखली नजर आने लगी है। जिसने विपक्ष को भी सरकार पर तंज कसने का मौका दे दिया है।
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने तो नोटबंदी की तुलना इमरजेंसी के दौरान लागू नसबंदी से कर इसे फ्लाॅप बात दिया । डेरेक ने कहा – ” जिस तरह 1977 में इंदिरा गांधी नसबंदी प्रोग्राम की वजह से हारी थी। ठीक वैसे ही नरेंद्रमोदी और बीजेपी नोटबंदी की वजह से हारेगी।
आपको बता दें भारतीय रिर्जव बैंक की हाल ही में जारी की गई रिपोर्ट के हिसाब से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों में से 99 प्रतिशत बैंकिग प्रणाली में वापस आ चुके हैं । जिसका मूल्य 1528 लाख करोड़ रुपये के बराबर हैं। जिसके बाद विपक्षी पार्टियों की कटाक्ष की धार मौजूदा सरकार पर तेज हो गई हैं।आपको बता दें इस साल की जीडीपी ग्रोथ रेट में भी काफी गिरावट आई है।
वैसे आपको बता दें कि टीमसी ,कांग्रेस और बहुत सी विपक्षी पार्टियां पहले ही नोटबंदी के खिलाफ थी । ममता बनर्जी और टीएमसी ने तो नोटबंदी का पुरजोर विरोध किया था। टीएमसी का कहना था कि नोटबंदी गरीब लोगों पर भारी मार हैं । जिसके कारण लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिसके टीएमसी नेता ने कहा कि ये उनकी भविष्यवाणी है कि नोटबंदी के कारण बीजेपी को 2019 के चुनाव हार देखनी पङेगी।