नई दिल्ली। 80 के दशक में हुए बोफोर्स घोटाला पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है। मामले में सभी आरोपियों को दिल्ली हाईकोर्ट ने मई 2005 में बरी कर दिया था। घोटाले को लेकर सीबीआई के सुप्रीम कोर्ट में याचिका नहीं डाले जाने के बाद बीजेपी के नेता और वकील अजय कुमार अगवाल ने ने याचिका डाली थी। याचिका पर मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा सुनवाई करेंगे।
बोफोर्स घोटाला तोपों की खरीद फरोख्त को लेकर जुड़ा है। अस्सी के दश में हिंदुजा ब्रदर्स के श्रीचंद, गोपीचंद और प्रकाशचंद का नाम शामिल हैं, जो कभी बोफोर्स कंपनी से जुड़े हुए थे। घोटाले को लेकर उस समय राजनीतिक भूचाल आ गया था। 1989 में कांग्रेस की तख्था पलट होने का मुख्य कारण बना था।
दोबारा सुनवाई की मांग
मामले को लेकर दिसंबर में हुई सुनवाई के दौरान सीबीआई ने माना था कि हिंदुजा ब्रदर्स के खिलाफ कार्रवाई को लेकर डाली गई मांग आधिकारिक रुप से वापस ले ली गई है। लेकिन संसदीय समिति के सदस्यों ने इस पर सुनवाई की मांग दोहराते हुए सीबीआई से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कीने की अपील की थी।