लखनऊ,दीपक ठाकुर। हरियाली से हमारे जीवन पर बहुत अच्छा प्रभाव भी पड़ता है क्योंकि पेड़ पौधों से हमारा वातावरण दूषित होने से बचता है और हमे सांस लेने के लिये जिस आक्सीजन की जरूरत होती है वो भी हमको इनसे ही मिलता है मगर आज पेड़ो की याद इस लिए आई है क्योंकि अभी के तीन महीने तो इनकी ऐसी कमी खलने वाली है कि हर इंसान ये सोचने को मजबूर हो जाएगा कि काश हर तरफ पेड़ होते तो हम धूप की मार से तो बचते।
यकीन मानिये इस धूप ने हमको आपको और उन सभी लोगों को पेड़ों की अहमियत से परिचित करा दिया है क्योंकि हम धूप में इन्हें तलाशते नज़र आ रहे हैं पर हमको पेड़ नज़र नही आ रहे है जो बड़े दुख की बात है।
आज का एक वाक्या जो मेरे साथ हुआ वो शायद आप सबके साथ भी होता होगा जब आप अपने वाहन से अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने या लेने जाते होंगे क्योंकि उस वक़्त आपके ऊपर ये ज़िम्मेदारी रहती है कि अपने बच्चे को कैसे धूप से बचाया जाए।
तो आज मेरे साथ जो हुआ वो आपसे शेयर करता हूँ आज मैँ अपनी बच्ची को स्कूल से लेने के लिए घर से अपनी बाइक से निकला उस वक़्त सूर्य देवता अपने रौद्र रूप में आ चुके थे में तो धूप से परेशान था ही पर मेरी बाइक भी आग जैसी तप रही थी तकरीबन एक किलोमीटर चलने के बाद स्कूल आया तो मैं गाड़ी खड़ी करने के लिए छायी की तलाश करने लगा ताकि गाड़ी ठंडी हो जाये और तब तक मैं अपनी बच्ची को लाकर ठंडी सीट पर बैठा सकू पर यकीन मानिए मुझे काफी तलाशने के बाद भी ना कहीं पेड़ मिला ना पेड़ की छाया।
बड़ा अफसोस हुआ कि हमलोगों की अज्ञानता का शिकार हमारे बच्चों को होना पड़ रहा है हम उन्हें चाह कर भी प्राकर्तिक सुख नही दे पा रहे और उन्हें हमारे कारण कष्ट का सामना करना पड़ रहा है काश की हम पेड़ काटने के बजाए उनका संरक्षण करते तो आज तस्वीर कुछ और होती।
यहां गलती हमारी सरकारों की भी रही है जिन्होंने अपनी योजनाओं के चलते कई जगहों को पेड़ पौधों से दूर कर दिया है और पत्थर का शहर खड़ा कर दिया है जिससे तपिश में और इज़ाफ़ा ही हुआ है। आज सिर्फ समाचार की सुर्खी में आने के लिए पेड़ लगाने की बात तो की जा रही है पर उनके संरक्षण को लेकर कोई भी गंभीर नज़र नही आ रहा है सभी अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पेड़ो की बलि चढ़ाते नज़र आ रहे है जो हुमको आक्सीजन देता है हम उससे ही उसके जीने का हक़ समय से पहले छीनते जा रहे हैं।
अफसोस है हमे पर अभी भी देर नही हुई है आने वाला समय स्वच्छ शीतल बनाने के लिए पेड़ लगाइये और उनको बचाइए ताकि हम आप भी महफूज़ रह सके।